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UP News: हत्या के मामले में थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित, आरोपित को पकड़ने के बाद छोड़ने का लगा था आरोप

20 हजार रुपये के मामूली लेनदेन में हुई कानपुर के अभय त्रिपाठी हत्याकांड की आंच पांच पुलिसकर्मियों तक पहुंच गई है। लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि एसओ ने हत्यारोपितों को पूछताछ के लिए उठाया और बाद में छोड़ दिया। 25 जुलाई को उसे अगवा करने के बाद ही आरोपितों ने उसकी हत्या कर दी थी।

By Mohit Pandey Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 04 Aug 2024 03:33 PM (IST)
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गंगाघाट पुलिस की गिरफ्त में हत्यारोपित तुषार व शुभम। पुलिस
संवाद सहयोगी, शुक्लागंज। 20 हजार रुपये के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में मूल रूप से कानपुर के बर्रा दो निवासी 25 वर्षीय अभय त्रिपाठी को अगवा करने के बाद हत्या किए जाने के मामले में लापरवाही बरतने वाले गंगाघाट एसओ आरपी प्रजापति समेत पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया।

25 जुलाई को उसे अगवा करने के बाद ही आरोपितों ने उसकी हत्या कर दी थी। आरोप है कि एसओ ने हत्यारोपितों को पूछताछ के लिए उठाया और बाद में छोड़ दिया। स्वजन के एडीजी लखनऊ से शिकायत करने के बाद पुलिस ने उन्हीं आरापितों की निशानदेही पर शव बरामद किया था।

25 वर्षीय अभय त्रिपाठी पुत्र स्व. जनार्दन त्रिपाठी शुक्लागंज के बिंदानगर चौकी क्षेत्र स्थित अंशिका अपार्टमेंट में पत्नी दिव्या के साथ किराए पर रहता था। यहां वह नेटवर्क मार्केटिंग का काम करता था। बीती 25 जुलाई को वह लापता हो गया। पत्नी ने तुषार, रोहित, सौरभ, अनुरुद्ध व प्रदीप के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था।

एडीजी के निर्देश पर सक्रिय हुई पुलिस

पुलिस ने हत्यारोपित दो युवकों को पकड़ने के बाद छोड़ दिया था। इस पर स्वजन लखनऊ एडीजी से मिले और जांच करा कार्रवाई की मांग की। एडीजी के निर्देश पर गंगाघाट पुलिस सक्रिय हुई और पूर्व के छोड़े गए आरोपितों को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने सच उगल दिया।

बताया कि हत्यारोपित तुषार से अभय का 20 हजार रुपये के लेनदेन का विवाद चल रहा था। 25 जुलाई को तुषार सिंह उर्फ अमन अभय के घर पहुंचा और उसे बाइक से ले आया। गगनीखेड़ा में एक प्लाट के पास ले गया और रुपये मांगे। रुपये न देने पर तमंचा दिखाया। जिस पर अभय उससे तमंचा छीनने लगा। तभी उसकी मौसी के बेटे शुभम ने उसे दबोच लिया। इस दौरान उसने ईंट से उसके सिर पर वार कर दिया। जिससे वह गिर पड़ा। फिर उसने चेहरे पर दूसरा वार कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई।

गोमती नदी में फेंका शव

उसके बाद शव को एक निर्माणाधीन प्लाट की दीवार के पास उगी बड़ी-बड़ी घास में छिपा दिया। उसके बाद शव को 25/26 की देर रात कार से ले जाकर हरदोई के अतरौली थाना क्षेत्र में गोमती नदी में फेंक दिया। पुलिस ने हत्यारोपित तुषार निवासी चंपापुरवा व उसके मौसी के लड़के शुभम निवासी महमूदपुर, औरास की निशादेही पर नदी से शव बरामद कर उन्हें गिरफ्तार किया था।

शनिवार को दोनों को जेल भेज दिया गया। इसी मामले में एडीजी की नाराजगी एसओ गंगाघाट पर भारी पड़ी। एसपी ने गंगाघाट एसओ आरपी प्रजापति, बिंदा नगर चौकी प्रभारी जनमेदय सिंह, सिपाही मनोज पलावट, चेतन सैनी, कमलेश पाल समेत पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। सभी के विरुद्ध विभागीय जांच भी शुरू की गई है।

अभय पर विभिन्न थानों में दर्ज हैं छह मुकदमे

पुलिस के अनुसार दिवंगत अभय त्रिपाठी पर कानपुर के गोविंदनगर में एक, नौबस्ता में एक, नवाबगंज में दो, काकादेव में एक व गोरखपुर जीआरपी में एक मुकदमा दर्ज हैं।

अनुराग सिंह को मिला गंगाघाट कोतवाली का चार्ज

आरपी प्रजापति के निलंबन के बाद एसपी ने दही थाना प्रभारी अनुराग सिंह को गंगाघाट कोतवाली का प्रभारी बनाया है। इसी के साथ फतेहपुर चौरासी में एसओ तैनात राजेश्वर प्रसाद त्रिपाठी को एसओ अचलगंज, यूपी 112 प्रभारी ज्ञानेंद्र कुमार को एसओ फतेहपुर चौरासी वहीं अचलगंज थाना प्रभारी संजीव कुमार को दही थाना का प्रभारी बनाया है।

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