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उन्नाव में अलका सिंह समेत तीन टीचरों पर गिरी गाज, लापरवाही के आरोप में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने किया निलंबित

UP News उन्नाव के उच्च प्राथमिक विद्यालय टीकरगढ़ी में विभागीय क्रियाकलापों में अनियमितता के चलते तीन शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया गया है। जांच में पाया गया कि विद्यालय में मध्याह्न भोजन संचालित नहीं हो रहा था छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे थे और शिक्षण कार्य में रुचि नहीं ली जा रही थी।

By brajesh shukla Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 14 Nov 2024 10:22 AM (IST)
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अलका सिंह सहित टीकर गढ़ी विद्यालय की तीनों शिक्षिकाएं निलंबित
जागरण संवाददाता, उन्नाव। लंबे समय से विकासखंड बिछिया में संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालय टीकरगढी में विभागीय क्रियाकलापों में विद्यार्थियों का मध्याह्न भोजन खेलकूद सामग्री विद्यालय रखरखाव और रंगाई पताई के अलावा अवकाश लेने में मनमर्जी और बढ़ती गई अनियमितता आखिरकार शिक्षिका पर भारी पड़ गई।

विभिन्न बदुओं परका की गई जांच के बदर्य जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संगीता सिंह ने विद्यालय की अलका सिंह इंचार्ज प्रधानाध्यापक, मंजू यादव सहायक अध्यापक व अमिता शुक्ला सहायक अध्यापक को निलंबित कर दिया है।

जांच अधिकारी ने विद्यालय का किया था निरीक्षण

निलंबन आदेश में बीएसए ने बताया की संबंधित विद्यालय की तीनों शिक्षिकाओं के माध्यम से प्रस्तुत शिकायती प्रार्थना की जांच खंड शिक्षा अधिकारी नवाबगंज को दी गई थी। जांच अधिकारी ने 28 अगस्त 2024 को उच्च प्राथमिक विद्यालय टीकरगढ़ी उच्च प्राथमिक विद्यालय का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

जांच आख्यानुसार अल्का सिंह इंचार्ज प्रधानाध्यापक द्वारा अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन नहीं करने, कक्षा आवर्तन नहीं किये जाने, समय सारिणी का प्रयोग नही किये जाने, अध्ययनरत् छात्रों का शैक्षिक अधिगम स्तर सन्तोषजनक नही पाये जाने, जांच के समय विद्यालय में मध्यान्ह भोजन संचालित नही होने, छात्र उपस्थिति बढाये जाने हेतु कोई प्रयास नही करने, शिक्षण कार्य में रुचि नही लिये जाने, विद्यालय प्रबन्ध व्यवस्था के प्रति उदासीन होने विद्यालय का शैक्षिक व भौतिक परिवेश दूषित करने, प्रायः अवकाशों पर रहने, विभाग की छवि धूमिल करने सम्बन्धी आख्या प्राप्त करायी गयी है।

प्रस्तुत आख्या द्वारा जिला समन्वयक एमडीएम को मध्यान्ह भोजन की जांच हेतु नामित करते हुये प्रकरण विषयक आख्या उपलब्ध कराये जाने के निर्देश प्रदान किये गये।

जिला समन्वयक ने आख्या में अल्का सिंह इंचार्ज प्रधानाध्यापक, मंजू यादव सहायक अध्यापक द्वारा अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन नही करने, मध्यान्ह भोजन योजना प्रभावित करने, उप्र बेसिक शिक्षा परिषद कर्मचारी वर्ग नियमावली का उल्लंघन करने, सम्बन्धी आख्या प्राप्त करायी गयी है।

प्रमाण सहित बीएसए को उपलब्ध कराई गई जांच रिपोर्ट के बाद अल्का सिंह को प्रथम दृष्टया आरोपी पाये जाने के प्रति अनुशासनिक कार्यवाही के अन्तर्गत निलम्बित करते हुये ये आरोप अधिरोपित किये है।

इंचार्ज प्रधान शिक्षक आरोप किए अधिरोपित

  • अपने पदीय दायित्वों का भली प्रकार निर्वहन नही करने।
  • शिक्षण कार्य में रुचि न रखने अध्ययनरत छात्रों का शैक्षिक अधिगम स्तर सन्तोषजनक नही पाये जाने।
  • प्रायः अवकाशों पर रहने, विभाग की छवि धूमिल करने। अध्यनरत नौनिहाल बच्चों के हितों को घ्यान न देना।
  • विद्यालय में वाद विवाद करके विद्यालय का शैक्षिक एव भौतिक परिवेश दूषित करने।
  • विद्यालय में मध्यान्ह भोजन संचालित नही होने, विद्यालय प्रबन्ध व्यवस्था के प्रति अत्यन्त उदासीन होने।
  • छात्र उपस्थिति बढाये जाने हेतु कोई प्रयास नही करने, निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 (2011) का स्पष्ट उल्लघंन करने।

आयोग सदस्य के निरीक्षण के बाद सामने आई शिक्षिका की मनमर्जी

यहां तैनात इंचार्ज शिक्षिका पर अवकाश से लेकर विद्यालय रख-रखाव व बच्चों के एमडीएम, वर्दी आदि के साथ हर जगह मनमर्जी किए जाने का आरोप लग रहा है। ग्रामीणों व प्रधान के द्वारा लगाए गए आरोपों की हकीकत भी तब सामने आ गई जब शनिवार को विद्यालय में राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी विद्यालय में अंधेरगर्दी की मिली शासन तक मिली शिकायत के बाद जांच काे पहुंच गए।

श्याम त्रिपाठी ने बताया कि उनको विद्यालय इंचाज शिक्षिका द्वारा लिए गए अवकाशों में अनियमितता, बच्चाें को एमडीएम न खिलाकर 15 कुंतल सड़ा दिए जाने, बच्चों का पंजीयन विद्यालय में लगातार गिरने जैसे आरोप सही मिले।

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