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Sakshi Maharaj Net Worth: करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं साक्षी महाराज, असलहों का भी है शौख; दर्ज हैं इतने मुकदमे

भाजपा प्रत्याशी सांसद साक्षी महाराज की संपत्ति में बीते पांच वर्षों में 1.26 करोड़ की संपत्ति में वृद्धि हुई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिए गए शपथ पत्र के अनुसार उनकी चल-अचल संपत्ति 3.87 करोड़ घोषित की गई थी। 2024 के चुनाव में यह कुल संपत्ति बढ़कर 5.13 करोड़ हो गई है। 68 वर्षीय सांसद साक्षी महाराज के हलफनामा के अनुसार कुल 31745 रुपये नकद है।

By amit mishra Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 25 Apr 2024 03:12 PM (IST)
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पांच साल में सांसद के पास बढ़ी 1.26 करोड़ रुपये की संपत्ति
जागरण संवाददाता, उन्नाव। (Sakshi Maharaj Net Worth) भाजपा प्रत्याशी सांसद साक्षी महाराज की संपत्ति में बीते पांच वर्षों में 1.26 करोड़ की संपत्ति में वृद्धि हुई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिए गए शपथ पत्र के अनुसार उनकी चल-अचल संपत्ति 3.87 करोड़ घोषित की गई थी। 2024 के चुनाव में यह कुल संपत्ति बढ़कर 5.13 करोड़ हो गई है।

68 वर्षीय सांसद साक्षी महाराज के हलफनामा के अनुसार कुल 31,745 रुपये नकद है। जबकि बैंक खातों में जमा व एफडी समेत रकम व 2.20 करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने अपनी आय का श्रोत पेंशन, खेती, कथा भागवत, शिक्षण संस्थानों आदि से मिलने वाले दान को बताया है।

सांसद 20500 रुपये कीमत का मोबाइल फोन रखते हैं। उन्होंने चुनाव संचालन के लिए जो बैंक खाता खोला है उसमें अभी फिलहाल 51 सौ रुपये जमा है। इसके अलावा उनके पास 70 लाख रुपये कीमत की एलआइसी, म्यूचुवल फंड, एनएससी आदि भी हैं।

साक्षी के पास 15 एकड़ कृषि योग्य भूमि है जिसकी वर्तमान कीमत 3 करोड़ 10 लाख रुपये है। उनके पास 2019 में दिखाई गई तीन कार, एक महिंद्रा की वेरिटो, एक एंबेस्डर और फार्च्यूनर अभी भी हैं। जिनकी कीमत 47 लाख 11 हजार 606 बताई गई है।

सांसद के पास 10 किलो चांदी, 300 चांदी के सिक्के और 500 ग्राम सोना है। एटा और नोएडा में 1.15 करोड़ रुपये कीमत के भूखंड हैं। जबकि उनके पास 2019 में एक रिवाल्वर और दो राइफल थी। उसमें से अब उनके पास एक एक रिवाल्वर और एक राइफल बची है। उन्होंने वर्ष 2023-2024 में 29,86,726 रुपया का आयकर रिटर्न दाखिल किया है।

सासंद के हलफनामे में 2014 का एक नया मुकदमा शामिल

सांसद साक्षी महाराज ने अपराधिक मामलों को लेकर जो शपथ पत्र दिया है उसके अनुसार उनके खिलाफ अपराध संख्या 768/2009 और 1862/2014 एटा में धोखाधड़ी की धाराओं में दर्ज होना बताया है। जबकि उनके द्वारा 2019 में जो शपथ पत्र दिया गया था उसमें चार मुकदमे दर्ज दिए गए थे। उनमें से एक अपराध संख्या 768/2009 है। 1862/2014 अपराध संख्या वाले मुकदमा विपरण शपथ पत्र में नया दिया गया है। वहीं पूर्व में तीन मुकदमे समाप्त हो गए हैं।

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