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UPPCL: 5.70 लाख विद्युत उपभोक्ताओं के यहां लगेंगे स्मार्ट मीटर, अब पहले कराना पड़ेगा रिचार्ज; फिर मिलेगी बिजली

UPPCL यूपी के उन्नाव जिले के 5 लाख 70 हजार विद्युत उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। यह काम अगले एक वर्ष में पूरा हो जाएगा। लेकिन अब उपभोक्ताओं के लिए यह व्यवस्था जोर का झटका देने वाली है। अब सभी को बिजली जलाने से पहले उसका भुगतान करना पड़ेगा। रिचार्ज की गई धनराशि की बिजली उपयोग करने के बाद कनेक्शन स्वत कट जाएगा।

By amit mishra Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 19 Aug 2024 02:16 PM (IST)
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सरकारी कार्यालय में स्मार्ट मीटर लगाते विद्युत कर्मी। विभाग

जागरण संवाददाता, उन्नाव। अगले एक वर्ष में जिले के 5.70 लाख विद्युत उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लग जाएंगे। बिजली बकाया की वसूली को लेकर परेशान रहने वाले विभाग के लिए जहां यह अच्छी खबर है वहीं उपभोक्ताओं के लिए यह व्यवस्था जोर का झटका देने जैसा है।

जिले के 250 सरकारी कार्यालय और करीब छह सौ से अधिक विभागीय कर्मियों समेत करीब एक हजार उपभोक्ता को छोड़ दिया जाए तो अब सभी को बिजली जलाने से पहले उसका भुगतान करना पड़ेगा। रिचार्ज की गई धनराशि की बिजली उपयोग करने के बाद कनेक्शन स्वत: कट जाएगा। यानी जितनी मूल्य का रिचार्ज उतनी ही बिजली मिल सकेगी। इस व्यवस्था में कामर्शियल कनेक्शन और औद्योगिक इकाइयों के कनेक्शन को भी शामिल किया जाएगा।

लगाए जाएंगे नए स्मार्ट मीटर

बिजली विभाग रिवैंप योजना के तहत अपनी मीटरिंग व्यवस्था को भी पटरी पर लाने की कवायद में लगा है। जिसे तहत जिले के 5.70 लाख उपभोक्ताओं के यहां पुराने डिजिटल मीटर बदल कर नए स्मार्ट मीटर लाए जा रहे हैं। जिसकी जिले में शुरुआत भी सरकारी कार्यालयों से हो गई है।

सबसे पहले स्मार्ट मीटर बिजली विभाग ने जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में लगा भी दिया है। यह स्मार्ट मीटर फिलहाल पोस्टपेड यानी उपभोग के बाद आने वाले बिल जमा करने की प्रक्रिया पर आधारित होंगे। इसके अलावा पोस्ट पेड मीटरिंग की सुविधा का लाभ बिजली विभाग के स्थाई 600 से अधिक अधिकारियों और कर्मियों को मिलेगा।

पहले चरण में सरकारी कार्यालयों के बदले जाएंगे मीटर

पहले चरण में सरकारी कार्यालयों के मीटर बदलने के बाद घरेलू उपभोक्ताओं के मीटर बदले जाएंगे। घरेलू उपभोक्ताओं के यहां जो मीटर लगेंगे, उनमें बिल जमा करने की कोई सुविधा नहीं होगी। बल्कि मीटर लगने के तत्काल बाद उपभोक्ता को प्रीपेड उपभोक्ता के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। यानी अभी तक बिजली जलाने के बाद बिल मनमाने तरीके से जमा करने की प्रक्रिया पर स्मार्ट मीटर लगने के बाद विराम लग जाएगा।

इसके लिए बिजली विभाग ने न्यूनतम सौ रुपये से रिचार्ज करने की सुविधा रखी है। जो अधिकतम कुछ भी हो सकती है। यह रिचार्ज मोबाइल एप, सहज जन सेवा केंद्र, लोकवाणी, बिजली विभाग के कार्यालय से संचालित बिल भुगतान केंद्रों से कराया जा सकेगा।

अधीक्षण अभियंता स्वदेश कुमार चौधरी ने बताया-

पहले चरण में सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। यह कनेक्शन पूर्व की तरह ही उपभोग के बाद बिल आधारित रहेंगे। बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के कनेक्शन भी बिल आधारित रहेंगे। शेष सभी कनेक्शन स्मार्ट मीटर लगने के बाद प्री-प्रेड हो जायेंगे। एक साल के अंदर सभी पुराने मीटर बदल कर स्मार्ट कर दिए जायेंगे। एक सितंबर से नए कनेक्शन पर भी स्मार्ट मीटर लगाए जायेंगे।

जिले में कुल बिजली कनेक्शन 5.70 लाख
बड़े कामर्शियल उपभोक्ता 650
घरेलू उपभोक्ता 4.40 लाख
छोटे कामर्शियल उपभोक्ता 13 हजार
नलकूप उपभोक्ता 12 हजार

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