Parliament: दिल्ली संसद में घुसा सागर शर्मा, 30 साल पहले माता-पिता ने छोड़ा था गांव; जानिए क्या है पूरी कहानी
Parliament In Delhi सुरक्षा में सेंध लगाकर दिल्ली संसद में घुसा सागर शर्मा का पैतृक गांव उन्नाव के पुरवा क्षेत्र के पीरजादीगढ़ी का है। उसके पिता रोशनलाल शर्मा बढ़ई का काम करते थे। करीब 30 वर्ष पहले वह पत्नी रानी के साथ गांव छोड़कर दिल्ली चले गए थे और वहां भी लकड़ी का फर्नीचर बनाने का काम करते थे।
जागरण संवाददाता, उन्नाव। सुरक्षा में सेंध लगाकर दिल्ली संसद में घुसा सागर शर्मा का पैतृक गांव उन्नाव के पुरवा क्षेत्र के पीरजादीगढ़ी का है। उसके पिता रोशनलाल शर्मा बढ़ई का काम करते थे। करीब 30 वर्ष पहले वह पत्नी रानी के साथ गांव छोड़कर दिल्ली चले गए थे और वहां भी लकड़ी का फर्नीचर बनाने का काम करते थे।
दिल्ली में ही सागर का जन्म हुआ। करीब 15 साल पहले वह पत्नी व बेटे सागर को लेकर दिल्ली से लखनऊ आ गए। यहां आलमबाग के रामनगर में किराए का कमरा लेकर रहने लगे और यहां भी फर्नीचर बनाने का काम करने लगे। पीरजादीगढ़ी में रहने वाले सागर के परिवार के चचेरे चाचा संतोष शर्मा ने बताया कि सागर ने कक्षा 10 तक पढ़ाई की है।
परिवार की मदद करने के लिए वह लखनऊ में ई-रिक्शा चलाता था। संतोष के अनुसार उसका चचेरा भाई रोशनलाल 30 साल पहले परिवार के साथ गांव से जाने के बाद दोबारा कभी नहीं आया। आर्थिक स्थित ठीक न होने और परिवार का खर्च चलाने के लिए ही रोशनलाल ने गांव छोड़ दिया था। उसका घर खंडहर में तब्दील हो चुका है। खेती भी नहीं है। संतोष के अनुसार इंटरनेट मीडिया पर सागर के संसद में घुसने की खबर पता चली है।
संतोष का कहना है कि सागर संसद में किस उद्देश्य से दाखिल हुआ, इसकी जानकारी नहीं है। न ही उनके माता-पिता का कोई मोबाइल नंबर ही है, जिससे इस विषय पर बात हो सके। हालांकि संसद की सुरक्षा को तोड़कर अंदर घुसकर सागर ने बड़ी गलती है।