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UP News: चूल्हे में गिरी सात दिन की बच्ची, मां पर हत्या के प्रयास का मुकदमा; पुलिस ने कागज पर लगवाया अंगूठा

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक दुधमुंही बच्ची चूल्हे में गिरने से गंभीर रूप से झुलस गई। पिता ने मां पर बच्ची को चूल्हे में फेंकने का आरोप लगाया लेकिन मां ने अपनी बेगुनाही का दावा किया और कहा कि बच्ची के हाथ से छूटकर चूल्हे में गिरी। पुलिस ने मां के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। मामले की जांच जारी है।

By Mohit Pandey Edited By: Shivam Yadav Updated: Sun, 10 Nov 2024 05:30 AM (IST)
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पुलिस ने मां पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
संवाद सूत्र, उन्नाव। कायमपुर निबरवारा गांव में एक बच्ची चूल्हे में गिरने से गंभीर रूप से झुलस गई। बच्ची के पिता ने अपनी पत्नी पर उसे चूल्हे में फेंकने का आरोप लगाया। वहीं पुलिस हिरासत में मां ने मंझली बेटी के हाथ से छूटकर बच्ची के चूल्हे में गिरने की बात कही। 

बेटी पैदा होने से खीझे पति द्वारा गलत आरोप लगा फंसाने की बात कही। कहा नौ माह उसे पेट में रखा अब उसे आग में कैसे फेंक सकती है। पुलिस ने बच्ची के बाबा से तहरीर लेकर जल्दबाजी में बिना जांच के मां पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।

यह है पूरा मामला

कायमपुर निबरवारा गांव निवासी सोनू मजदूरी करता है। उसके चार बच्चे हैं, जिसमें सात साल की बेटी खुशी, पांच वर्ष की काव्या व तीन साल का आर्यन है। आठ दिन पहले पहले सोनू की पत्नी रोशनी ने एक और बच्ची को जन्म दिया था। 

शुक्रवार शाम उसकी दुधमुंही बच्ची चूल्हे में गिर गई और गंभीर रूप से झुलस गई। बच्ची के पिता ने सोनू ने अपनी पत्नी रोशनी पर बेटी को चूल्हे में फेंकने का आरोप लगाया और इलाज कराने बच्ची को लेकर लखनऊ चला गया। 

पुलिस ने मां रोशनी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। रोशनी का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है, जिसमें उसने बताया कि उसकी मंझली पांच साल की बेटी काव्या बच्ची को गोद में लिए थी। वह नित्यक्रिया के बाद खाना बनाने के लिए चूल्हे के पास जा रही थी। 

मंझली बेटी भी मासूम को गोद में लेकर चूल्हे के पास पहुंच गई। इस दौरान बेटी के हाथ से मासूम छूटकर चूल्हे पर गिर गई और झुलस गई। वह भागकर पहुंची और बच्ची को उठाकर गांव के झोलाछाप के पास ले गई। पति ने उसकी कोई मदद नहीं की और घर में खड़ा रहा। 

झोलाछाप ने जिला अस्पताल ले जाने की बात कही तो पीछे से पति पहुंचा और हाथ से मासूम को छीनकर सीएचसी मियागंज ले गया। सीएचसी में ही पति ने मनगढ़ंत आरोप लगा उसे फंसा दिया और बच्ची को लेकर लखनऊ चला गया। 

उधर, पुलिस घर पहुंची और मासूम की मां रोशनी को हिरासत में लेकर कर थाना पहुंची। पुलिस ने बच्ची के बाबा नन्हक्के से तहरीर लेकर राेशनी पर हत्या के प्रयास की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसओ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि बच्ची के बाबा की तहरीर पर मां रोशनी पर हत्या के प्रयास की धारा में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है।

बेटी पैदा होने पर पति देखने तक नहीं पहुंचा

दुधमुंही की मां रोशनी ने बताया कि दो बेटियों के जन्म से पति बहुत नाराज था। उसे उलाहना दिया करता था। आठ दिन पहले जब सीएचसी में तीसरी बेटी हुई तो पति सोनू देखने तक नहीं आया। पिछले एक माह से वह लगातार मारपीट कर रहा था। बच्ची के झुलसने के बाद उसे फंसाने का मौका मिल गया और झूठा आरोप लगा उसे फंसा दिया।

पुलिस ने कागज पर अंगूठा लगवा लिया

बच्ची के बाबा नन्हक्के ने बताया कि पुलिस ने उसे थाना बुलाया। पूरी बात पूछी तो उसने बताया कि उसने कुछ भी नहीं देखा। इस पर पुलिस ने एक कागज पर उससे अंगूठा लगवा लिया। उसने पुलिस को कुछ भी लिखकर नहीं दिया। बाबा के आरोपों से यह स्पष्ट है कि पुलिस ने जल्दबाजी में बिना सघन जांच पड़ताल किए झुलसी बच्ची की मां पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।

चश्मदीद बेटी मां के बेगुनाह होने की दे रही गवाही

झुलसी मासूम बच्ची की पांच वर्षीय बहन काव्या ने बताया कि मां शनिवार देर शाम हाथ पैर धो रही थी। बिटिया मेरी गोद में थी। हमसे ही गलती से चूल्हे पर गिर गई। मम्मी दौड़कर आईं, बिटिया को उठाया और भागकर उसे गांव के झोलाछाप के यहां ले गई थी। पापा बाद में आए थे और बिटिया को मां से छीनकर लेकर चले गए थे। झुलसी बच्ची की बहन के बयान यह बता रहे हैं कि जिस आरोप का उसकी मां पर मुकदमा दर्ज हुआ वह उसने किया ही नहीं।

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