…जब एआरटीओ के फोन पर आया साइबर ठग का कॉल, दो मिनट की बातचीत में खुल गई पोल
उन्नाव में साइबर ठगों ने एआरटीओ प्रवर्तन अरविंद सिंह को व्हाट्सएप पर कॉल कर उनके बेटे का नाम लेकर टारगेट किया। ठग ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और एआरटीओ को डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया लेकिन एआरटीओ ने फोन काटकर नंबर ब्लॉक कर दिया। बेटे से बात कर उसकी कुशलता की जानकारी लेने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली।
जागरण संवाददाता, उन्नाव। साइबर ठगों ने एआरटीओ प्रवर्तन को डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया। उन्होंने व्हाट्सएप पर कॉल कर उनके बेटे का नाम लेकर टारगेट किया। हालांकि, एआरटीओ ने फोन काटकर उसे ब्लॉक कर दिया। बेटे को फोन मिला कर हाल खबर ली। उसकी कुशलता की बात जान कर राहत की सांस ली।
एआरटीओ प्रवर्तन अरविंद सिंह ने बताया कि उनके व्हाट्सएप पर एक कॉल आई। पहली बार उन्होंने फोन काट दिया। दूसरी बार उसने फिर से प्लस का निशान लगे 12 डिजिट के नंबर से कॉल की। जिस नंबर से फोन आया उसमें फोन नंबर फ्रॉम पाकिस्तान भी लिखा हुआ था।
प्रोफाइल में एक युवक खाकी वर्दी में था। फोन उठाते ही बोला, मैं पुलिस अधिकारी बोल रहा हूं। इसके बाद फोन करने वाले ठग ने कहा, जहां हो वहां से बाहर मत निकलना। मेरी बात ध्यान से सुनो। तुम्हारे बेटे का नाम क्षितिज है। फोन पर बेटे का नाम सुनते ही एआरटीओ घबरा गए।
करीब दो मिनट हुई बातचीत के बाद वह अपनी बात को आगे बढ़ाता, एआरटीओ ने फोन काट दिया। फिर बेटे को फोन मिलाया और उससे बात की। सब कुछ ठीक होने पर उन्होंने राहत की सांस ली।
एआरटीओ ने वह नंबर ब्लॉक कर दिया। बताया कि साइबर ठग ने पुलिस अधिकारी बनकर बेटे की आड़ में उन्हें डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया, पर उसका प्रयास सफल नहीं हो सका। उन्होंने बताया कि अभी पुलिस से शिकायत नहीं की है।
यह भी पढ़ें: यूपी में विधायक का ‘ड्रामेटिक’ सरेंडर, पत्नी चल रही फरार और जेल में है बेटा; आखिर क्या है मामला?
यह भी पढ़ें: मुंह से झाग निकला… उल्टी हुई और फिर उड़ गए प्राण पखेरू, 3 दिन में 5 मौतों से पुलिस विभाग में खलबली
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।