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वाराणसी में रोपवे के लिए मिला 82 करोड़, पांच स्टेशन के लिए जमीन का सीमांकन के साथ अधिग्रहण की चल रही प्रक्रिया

वाराणसी शहर में प्रस्तावित रोपवे निर्माण के लिए शासन ने पहली किश्त 82 करोड़ रुपये बजट स्वीकृत करने के साथ सभी प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है। जैसे-जैसे काम बढ़ेगा वैसे-वैसे कार्यदायी संस्था को आगे बजट दिया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Tue, 14 Jun 2022 04:30 AM (IST)
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यूपी के वाराणसी शहर में प्रस्तावित रोपवे का तैयार ब्लू प्रिंट।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : शहर में प्रस्तावित रोपवे निर्माण के लिए शासन ने पहली किश्त 82 करोड़ रुपये बजट स्वीकृत करने के साथ सभी प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है। जैसे-जैसे काम बढ़ेगा, वैसे-वैसे कार्यदायी संस्था को आगे बजट दिया जाएगा। बनने वाले स्टेशन के लिए जमीन का सीमांकन करने के साथ अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।

राजस्व विभाग को जमीन का मूल्यांकन कर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) सर्वे का काम पूरा होने के साथ वीडीए को जलकल, स्मार्ट सिटी, गेल, जल निगम, बीएसएनएल और बिजली विभाग ने रास्ते में निर्माण के दौरान आने वाले खर्च का ब्योरा दो दिन दिया है।

एनएचएआइ की नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड की ओर से फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार होने के साथ विकास प्राधिकरण ने टेंडर निकाल दिया है। टेंडर में शामिल होने की अंतिम तिथि 29 जून है और निविदा 30 जून को खुलेगी। उसके साथ ही वीडीए एक-एक बाधाओं को दूर करने के साथ संबंधित विभागों की सहमति लेना शुरू कर दिया है जिससे निविदा खुलने के बाद कोई परेशानी नहीं हो।

उसके साथ ही टेंडर में चयनित एजेंसी फाइनल डीपीआर तैयार करेगी। एनएचएआइ की नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड ने रोपवे निर्माण के प्रोजेक्ट आफ प्रपोजल (आरओपी) 461.19 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है। लाइन शिफ्टिंग में आने वाले का खर्च का छह विभागों ने करीब 28 करोड़ रुपये बजट मांगा है। यह बजट बढ़ेगा या नहीं इसको लेकर एनएचआइए की नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड बाद में तय करेगी। हालांकि, आने वाले खर्च को आरओपी में शामिल किया गया है।

कैंट से गोदौलिया के बीच पांच स्टेशन

कंपनी ने एलाइनमेंट का विस्तृत अध्ययन कर पुन: फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर वीडीए को सौंपी है। वर्तमान फीजिबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक परियोजना में पांच स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं जिसमें पहला स्टेशन कैंट रेलवे स्टेशन, उसके बाद काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर पर क्रासिंग, जोकि टर्निंग स्टेशन होगा तथा अंतिम स्टेशन गोदौलिया पर प्रस्तावित किया गया है।

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