Varanasi News: सामनेघाट गंगा किनारे बन रहा नया घाट, इसकी लागत जानकर हो जाएंगे हैरान
Varanasi News काशी के दक्षिण में गंगा किनारे पहला ऐसा घाट है जिसके लिए राजस्थान के पत्थर लगाए गए हैं। यहां घाट की सुंदरता के लिए राजस्थान के कारीगरों ने यहां पर बने दो गजीबो और दो पालकी को राजशाही महलों की नक्काशी के तर्ज पर खूबसूरत बनाया है। गजीबो और पालकी घाट की सुंदरता पर चार चांद लगा रही है।
प्रदेश देश सरकार की ओर से सामने घाट स्थित जज गेस्ट हाउस के पास राजस्थान के पत्थर और उनकी कलाकारी से बहुत ही सुंदर घाट बनवाया जा रहा है। 1055.43 लाख की लागत से बनने वाले इस घाट की शुरुआत जून 2023 में हुई जिसे अगले महीने पूरा कर लिया जाएगा। सामने घाट में अब तक कोई भी पक्का घाट नहीं था यह पहला और सबसे सुंदर घाट बन रहा है। इसके उत्तर में संत रविदास घाट के बाद कोई भी पक्का घाट नहीं था।
अभी कार्य पूरा भी नहीं हुआ लेकिन आसपास के सैकड़ों लोग सुबह शाम यहां घूमने टहलने आने लगे हैं। अब आसपास के हजारों परिवार को छठ पूजा जैसे पर्व पर कीचड़ की समस्या से निजात मिल जाएगी। इस घाट के ठीक सामने रामनगर में भी ऐसा ही सुंदर घाट निर्माणाधीन है। घाट का कार्य उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की तरफ से यूपी प्रोजेक्ट कार्पोरेशन लिमिटेड यूनिट-3 के तहत मेसर्स अनीता सिंह की फर्म करा रही है। रवि पांडेय की रिपोर्ट...
नक्काशीदार गजीबो व पालकी बढ़ा रहा घाट की सुंदरता
काशी के दक्षिण में गंगा किनारे पहला ऐसा घाट है जिसके लिए राजस्थान के पत्थर लगाए गए हैं। यहां घाट की सुंदरता के लिए राजस्थान के कारीगरों ने यहां पर बने दो गजीबो और दो पालकी को राजशाही महलों की नक्काशी के तर्ज पर खूबसूरत बनाया है। गजीबो और पालकी घाट की सुंदरता पर चार चांद लगा रही है।इसे भी पढ़ें- सीएम योगी ने खेली फूलों की होली, होलिका व भक्त प्रहालाद की निकली शोभायात्रा, उड़े अबीर- गुलाल
56 सीढ़ियां, दोनों किनारे 6-6 गढ़ी 110 मीटर लंबाई वाले घाट को छह स्टेप में बनाया गया है। जिसमें 56 सीढियां बनाई गई हैं। घाट के दोनो किनारे 6-6 गढ़ी (बैठने के बड़ा व चबूतरा) बनाया गया है। कटान को रोकने को मजबूत दीवार और घाट के सबसे नीचे पायलिंग करके उसे पक्का बनाया जाएगा।महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम और दिव्यांगों के लिए रैंपखूबसूरत घाट पर महिलाओं की सुविधा के लिए दो बड़े चेंजिंग रूम पत्थर से ही बनाए गए हैं जिस पर सुंदर नक्काशी इसकी शोभा बढ़ा रहा है। दिव्यांगों की सुविधा को देखते हुए घाट और जज गेस्ट हाउस के बीच में रैंप बनाया गया है जिससे सीधे घाट तक पहुंच सकें।
इसे भी पढ़ें-इस बार होली पर बंद नहीं होगा बैंक, RBI के इस आदेश से कर्मियों का फीका हुआ त्योहार, जानिए वजहविवाद में फंसा पार्क और पार्किंग सरकार जनता की सुविधा के लिए करोड़ों खर्च कर रही है लेकिन वहीं कुछ लोग विकास में बाधक बनते हैं। ठेकेदार पंकज सिंह ने बताया कि यहां घाट के सामने पार्क और पार्किंग की व्यवस्था करनी थी लेकिन नर्सरी वाले रोक दिए। इसके कारण घाट पर जाने के लिए रास्ता भी नहीं है। पार्क में ही शिवालय भी बनाना था जहां लोग गंगा स्नान करके शिव जी को जल भी चढ़ाते। इसके बारे में अधिकारियों को भी सूचना दी गई लेकिन कोई हल नहीं निकला। खाली पड़ी जमीन में आवारा पशु और कचरे के अलावा अतिक्रमण है।
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