10 साल बाद वाराणसी नगर निगम के सुपुर्द होगा रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट पांच साल में होंगे निहित
अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष 10 साल बाद नगर निगम के सुपुर्द हो जाएगा। इसके अलावा स्मार्ट सिटी कंपनी के अन्य प्रोजेक्ट पांच साल में ही निगम में निहित हो जाएंगे। इसके बाद इनके संचालन रख-रखाव व राजस्व के लिए जिम्मेदार सीधे नगर निगम होगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष 10 साल बाद नगर निगम के सुपुर्द हो जाएगा। इसके अलावा स्मार्ट सिटी कंपनी के अन्य प्रोजेक्ट पांच साल में ही निगम में निहित हो जाएंगे। इसके बाद इनके संचालन, रख-रखाव व राजस्व के लिए जिम्मेदार सीधे नगर निगम होगा। वर्तमान में इसकी जिम्मेदारी वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी की है।
महापौर मृदुला जायसवाल ने बताया कि राज्य व केंद्र सरकार के अफसरों से हुई वार्ता के दौरान यह स्पष्ट हुआ है। पांच साल में गोदौलिया, टाउनहाल पार्किंग, बेनियाबाग पार्किंग समेत अन्य प्रोजेक्ट नगर निगम को मिल जाएंगे। हां, रुद्राक्ष के लिए शर्तें अलग हैं। इसके लिए नगर निगम को 10 साल तक इंतजार करना होगा। वर्तमान में रुद्राक्ष का संचालन के लिए निजी कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी आपरेशनल, मेंटनेंस के साथ ही बिजनेस भी कर रही है जिसका नाम आइएसडब्ल्यूएचसी (इंडियन सेनिटेशन वार्डव्वाय कान्ट्रेक्टर) है। वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी से 10 वर्ष का अनुबंध हुआ है। इसके 37 फीसद शेयर तय किया गया है। इसके तहत न्यूनतम 35 लाख तो अधिकतम एक करोड़ रुपये वार्षिक राजस्व मिलने का अनुमान है। इस निधि को सुरक्षित अलग रखा जाएगा। शासन स्तर पर तय होगा कि इसे नगर निगम निधि में सम्मलित किया जाए या फिर अन्य मदों में आरक्षित रहे। जापान सरकार की अनुदानित राशि 182 करोड़ रुपये से बने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में जो आडिया विजुअल सिस्टम लगा है वैसा देश में कहीं नहीं है। मेक इन इंडिया का पूरा ध्यान में रखते हुए विश्व स्तरीय मानकों पर सुविधाएं प्रदान करने के लिए जापान व वियतनाम से भी सामान मंगाए गए हैं। मुख्य हाल में 12 सौ लोगों के बैठने की सुविधा है।