Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

वाराणसी में पंजीकरण के बाद दिव्यांगजनों को मिलेगा कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण, आराजीलाइन ब्लाक से होगा शुभारंभ

वाराणसी में दिव्यांगजनों के पंजीकरण कृत्रिम अंग और सहायक उपरकण उपलब्ध कराने के लिए ब्लाकवार कैंप लगेगा। इसमें उपकरण वितरण शल्य चिकित्सा अनुदान एवं यूडीआइडी (विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र कार्ड पंजीकरण) की ओर से चिह्नांकन व पंजीकरण किया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Mon, 23 Aug 2021 06:44 PM (IST)
Hero Image
दिव्यांगजनों के पंजीकरण, कृत्रिम अंग व सहायक उपरकण उपलब्ध कराने के लिए ब्लाकवार कैंप लगेगा।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। दिव्यांगजनों के पंजीकरण, कृत्रिम अंग व सहायक उपरकण उपलब्ध कराने के लिए ब्लाकवार कैंप लगेगा। इसमें उपकरण वितरण, शल्य चिकित्सा अनुदान एवं यूडीआइडी (विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र कार्ड पंजीकरण) की ओर से चिह्नांकन व पंजीकरण होगा। ब्लाक आराजीलाइन से विशेष कैंप का शुभारंभ 25 अगस्त को होगा। ब्लाकों में विशेष कैंप आयोजन को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है।

मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि विशेष कैंप में अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को योजनाओं से लाभान्वित किया जाए। विभागीय अधिकारी स्पेशल कैंप को लेकर खूब प्रचार- प्रसार करें व ब्लाक पर आने वाले दिव्यांगजनों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसका भी ध्यान रखा जाए।

आराजीलाइन के विकास खंड परिसर के बाद नीति आयोग की ओर से प्रस्तावित माडल ब्लाक सेवापुरी के ब्लाक संसाधन केंद्र पर 26 अगस्त को शिविर का आयोजन होगा। इसके बाद पिंडरा ब्लाक में 28 अगस्त को, पहली सितंबर को ब्लाक चोलापुर, दो सितंबर को ब्लाक चिरईगांव, तीन सितंबर को ब्लाक हरहुआ, चार सितंबर को ब्लाक काशी विद्यापीठ, आठ सितंबर को पंडित दीनदयाल राजकीय जिला चिकित्सालय, पांडेयपुर, नौ सितंबर को शहरी क्षेत्र के अपर प्राइमरी स्कूल दुर्गाकुंड, दस सितंबर को दस सितंबर को नगर पालिका परिसर अधिशासी अधिकारी रामनगर में आयोजित होगा।

मुख्य विकास अधिकारी ने जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया है कि तय तिथि पर सभी चयनित स्थानों पर शिविर का आयोजन किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही दिव्यांगजनों को शिविर स्थल पर पहुंचने के लिए रास्ता ठीक करा लिया जाए। आवश्यकता अगर हो तो रैंप आदि की भी व्यवस्था की जाए ताकि दिव्यांगजनों को शिविर तक पहुंचने पर कोई परेशानी न हो। वितरण होने वाले कृत्रिम सहायक अंगों की भी जांच पड़ताल समय से कर ली जाए ताकि दिव्यांगजनों को वितरण के बाद कोई शिकायत की गुंजाइश न रहे।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें