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Ration Card: ई-वेईंग मशीन आने के बाद राशन कोटेदारों का हुआ मोह भंग, दे रहे इस्तीफा

Ration Card वाराणसी में राशन की दुकानों पर ई-वेइंग मशीन लगने के बाद से कोटेदारों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया है। अब तक 15 राशन कोटेदार इस्तीफा दे चुके हैं। ई-पाश मशीन से ई-वेइंग मशीन के लिंक होने की वजह से ऐसा हो रहा है। राशनकार्डों को आधार कार्ड से लिंक करने के बाद फर्जी राशनकार्ड पहले ही कम हो गए थे।

By pramod kumar Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sat, 07 Sep 2024 03:43 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, वाराणसी। राशन कोटे की दुकानों पर ई-वेईंग मशीन आने के बाद से कोटेदारों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया है। अब तक 15 राशन कोटेदारों ने इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफे महज पांच महीनों में आए हैं। राशन कोटेदारों ने निजी कारणों का हवाला दिया, लेकिन असलीयत से ई-पाश मशीन से ई-वेईंग मशीन के लिंक होने की वजह से ऐसा हो रहा है।

राशनकार्डों को आधार कार्ड से लिंक करने के बाद फर्जी राशनकार्डों पहले ही कम हो गए थे। इसके बाद ई-पाश मशीन और फिर ई-वेईंग मशीन को लिंक कर दिया गया। ई-वेईंग मशीन लिंक होने की वजह से ई-पाश मशीन तब ही राशन वितरण स्वीकार करती है, जब तौल पूरी होती है। इन मशीनों को मार्च के अंत तक इंस्टाल करके संचालित करना शुरू कर दिया गया था।

मार्च से अब तक शहरी क्षेत्र के 23 कोटेदारों और ग्रामीण क्षेत्र के पांच कोटेदारों ने इस्तीफा देने के लिए कहा है। इसके पीछे कमीशन कम होने की जानकारी भी सामने आ रही है, जिसके लिए कोटेदारों की एसोसिएशन मांग कर रही है। राशन कोटेदारों को कमीशन एक या दो महीने बाद मिल पाता है। कमीशन को बढ़ाकर 200 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर कोटेदार लगातार मांग कर रहे हैं।

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