श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन कर प्रसिद्ध गीतकार समीर ने कहा- गीत तो अब भी लिखे जा रहे, बस रंग-रूप बदला
जिसके गीतों ने ऐसी धूम मचाई कि प्रेमी उनके गीतों का सहारा लेने लगे। ‘साजन-आशिकी’ जैसी फिल्मों के गीतों के मधुर स्वर अब भी कहीं से लहराते सुनाई पड़ जाएं तो मन तरंगित हो उठता है। ऐसे गीतकार हैं- समीर अनजान।
By Jagran NewsEdited By: Anurag SinghUpdated: Sat, 29 Oct 2022 07:45 PM (IST)