हर गांव में खुलेगा Amul Milk कलेक्शन सेंटर, एक रुपये किलो खरीदा जाएगा गोबर; बनारसी लौंगलता की भी होगी लांचिंग
Amul Plant Varanasi प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 फरवरी को करखियांव में बनास काशी संकुल के अमूल प्लांट का लोकार्पण करेंगे। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। अमूल प्रत्येक गांव में दुग्ध कलेक्शन सेंटर खोलेगा। प्लांट से पूर्वांचल में एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। अमूल दुग्ध उत्पादकों को वर्ष के अंत में लाभांश का कुछ प्रतिशत भुगतान बोनस में देगी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 फरवरी को करखियांव में बनास काशी संकुल के अमूल प्लांट का लोकार्पण करेंगे। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। अमूल प्रत्येक गांव में दुग्ध कलेक्शन सेंटर खोलेगा। प्लांट से पूर्वांचल में एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। अमूल दुग्ध उत्पादकों को वर्ष के अंत में लाभांश का कुछ प्रतिशत भुगतान बोनस में देगी।
बनास काशी संकुल करखियांव में अमूल के चेयरमैन शंकर चौधरी ने पत्रकार वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। बताया कि प्लांट में 750 लोगों को प्रत्यक्ष और 2,350 लोगों को फील्ड में रोजगार मिलेगा। बीएचयू में डेरी के छात्रों का प्लेसमेंट करेंगे। प्लांट में दूध के साथ आइसक्रीम, पनीर, खोआ, घी और अन्य मिल्क प्रोडक्ट तैयार होगा। इसमें बनारस का लौंगलता और लाल पेड़ा भी होगा।
शंकर चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसंबर 2021 में 622 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले अमूल प्लांट की नींव रखी थी। अब यह आकार ले चुका है। लगभग 30 एकड़ परिक्षेत्र में बना प्लांट पूरी तरह स्वचालित है। भविष्य में अच्छे नस्लों के पशुओं के लिए कृत्रिम गर्भाधान, एंब्रियो ट्रांसप्लांट के साथ एंबुलेंस की भी व्यवस्था होगी।
कंपनी उच्च गुणवत्ता वाला पशु आहार भी उपलब्ध कराएगी। वार्ता के दौरान श्रम मंत्री अनिल राजभर, महापौर अशोक तिवारी, विधायक नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, डा. अवधेश सिंह, टी राम, सुनील पटेल, एमएलसी व जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, क्षेत्रीय मंत्री दिलीप पटेल, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी धर्मेंद्र सिंह, एमडी संग्राम चौधरी, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर विनोद बाजिया आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।
पांच चिलिंग सेंटर चालू
अमूल प्लांट की प्रसंस्करण क्षमता 10 लाख लीटर प्रतिदिन की है। पूर्वांचल में वर्तमान में पांच जिलों में खुशीपुरा, चोलापुर, मीरजापुर, गाजीपुर और दुबेपुर में चिलिंग सेंटर चालू हैं। अगले महीने तक आठ और चालू हो जाएंगे। आगे जौनपुर, मऊ, बलिया से गोरखपुर आदि के गो-पालक लाभान्वित होंगे। वर्तमान में वाराणसी से 1.3 लाख लीटर व पूर्वांचल से तीन लाख लीटर प्रतिदिन दूध आ रहा है। 1346 समितियां संगठित की जा चुकी हैं। समितियां जल्दी ही एक रुपया किलो गोबर भी खरीदेगी।