योगी की घोषणाः चौकीदार अब कहे जाएंगे ग्राम प्रहरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा कि ग्राम चौकीदार नहीं बल्कि अब यह ग्राम प्रहरी कहे जाएंगे।
By Nawal MishraEdited By: Updated: Sat, 06 Jan 2018 12:52 AM (IST)
वाराणसी (जेएनएन)। एक तरफ मंच पर सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ तो दूसरी तरफ उनके सामने सुरक्षा-व्यवस्था से जुड़ी अंतिम कड़ी के चौकीदार। प्रदेश में पहली बार मुख्यमंत्री ग्राम चौकीदारों के सम्मेलन में शामिल हुए। मान-सम्मान देने के साथ ही उनका उत्साहवर्धन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही संप्रदाय अलग हों लेकिन हम सभी का धर्म एक ही है और वह है राष्ट्रधर्म। पुलिस लाइन में आयोजित ग्राम चौकीदारों के सम्मेलन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा कि ग्राम चौकीदार नहीं बल्कि अब यह ग्राम प्रहरी कहे जाएंगे। कहा कि कोई भी कानून मानवीय संबंधों से ऊपर नहीं हो सकता है। ग्राम प्रहरी सरकार की आंख-कान हैं और कानून-व्यवस्था की पहली जिम्मेदारी उनकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन को जमीनी हकीकत से अवगत कराने, प्रत्येक घटना की जानकारी पहुंचाने में अहम भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं। प्रदेश सरकार कानून-व्यवस्था को अनुशासित रखना चाहती है। कोई भी कानून मानवीय संबंधों से ऊपर नहीं हो सकता। कानून लोक व्यवस्था के लिए बना है। जिस दिन पुलिस का संवाद जनता से दोस्ताना हो जाएगा, उसी दिन वह इंटेलीजेंस का काम कर सकती है।यह भी पढ़ें: आइएएस सूफिया फारूकी के शंकराचार्य पादुका पूजन से नाराज देवबंदी उलमा
आप नींव के पत्थर हैंग्राम प्रहरियों से संवाद करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आप नींव के पत्थर हैं। प्रदेश में 60 हजार से अधिक ग्राम पंचायत हैं। प्रत्येक ग्राम में अगर एक ग्राम प्रहरी प्रतिदिन या सप्ताह में थानेदार को रिपोर्ट देता है और थानेदार अगर उसे गंभीरता से लेता है तो यकीन मानिए की कानून व्यवस्था कभी बिगड़ेगी नहीं। हमें प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाना है जिसके लिए किसी भी सूरत में असामाजिक तत्वों को पनपने नहीं देना है।
यह भी पढ़ें:तीन तलाक विधेयक मुस्लिम महिलाओं से दोहरा अत्याचार, संशोधन जरूरी : मायावतीसेतु का करेंगे कामसीएम योगी ने कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने में ग्राम प्रहरी की बड़ी भूमिका होगी। आपकी सेवा पुलिस प्रशासन को मजबूती देने के साथ सेतु का काम करेगी तो यह राष्ट्र की सेवा होगी। संप्रदाय अलग हो सकता है लेकिन धर्म सभी का राष्ट्रधर्म होना चाहिए। क्षेत्राधिकारी सदर अंकिता सिंह की ओर से ग्राम प्रहरियों के इतिहास और सुरक्षा-व्यवस्था में उनकी भूमिका के बाबत पांच मिनट की एक वीडियो फिल्म तैयार की गई थी। सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियो फिल्म देखी और प्रशंसा की।यह भी पढ़ें: हज हाउस पर केसरिया पुताई से भड़के देवबंदी उलमा, समाज के भगवाकरण का आरोपपहल को सराहाग्राम चौकीदारों के सम्मेलन में एसएपसी आरके भारद्वाज ने ग्राम चौकीदारों के लिए वाराणसी पुलिस की ओर से की गई व्यवस्था के बाबत मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम प्रहरियों को समय-समय पर मानदेय के अतिरिक्त वर्दी दी गई है। साथ ही परिचय पत्र, डंडा, सीटी, साफा जैकेट, धोती जूता, साइकिल और रखरखाव के लिए 700 रुपये, विवाद रजिस्टर दिए गए हैं। ग्राम चौकीदारों के लिए कार्यशाला का आयोजन कर उन्हें उनकी भूमिका बताई गई। मुख्यमंत्री ने एसएसपी के प्रयास की खुले मंच से सराहना की।
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