Bijli cut in Varanasi: बिजली कटौती से परेशान लोगों ने उठाया ऐसा कदम, पहले जेई को बनाया बंधक और फिर...
नदेसर क्षेत्र में बुधवार की रात 12 से डेढ़ बजे तक बिजली गुल रही। वहीं सुबह 6.30 से 7.10 और शाम 7.30 से 7.50 बजे तक बिजली गायब थी। इसके लोगों को लोगों को परेशान होना पड़ा। वहीं कारोबार भी प्रभावित हुआ। वहीं पिपलानी कटरा क्षेत्र के लोगों का आरोप था कि बुधवार को 10 घंटे बिजली कटी थी। गुरुवार सुबह में भी यही स्थिति थी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। इस भीषण गर्मी में एक मिनट भी बिजली कटौती भारी साबित हो रही है। वहीं दो-चार घंटे में बार-बार हो रही ट्रिपिंग से औद्योगिक इकाईयों पर भी असर पड़ रहा है। उधर, लगातार बिजली कटौती से परेशान लोगों का गुस्सा गुरुवार को फूट पड़ा।
लोगों ने डाफी स्थित विद्युत उपकेंद्र में ही जेई सुरेश कुमार व अन्य कर्मचारियों को बंधक बना लिया। साथ ही कमरा बंद कर लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। धरना-प्रदर्शन तथा तालाबंदी की सूचना पर एसडीओ नवदीप सिंह ने मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराया। समस्या दूर करने के आश्वासन पर लोगों को गुस्सा शांत हुआ।
धरना-प्रदर्शन करने वाले डाफी, अशोकपुरम, सीर गोवर्धनपुर के लोगों का आरोप था कि एक दिन में 50 बार से अधिक बिजली की कटौती हो रही है। भीषण गर्मी में तापमान जहां 45 से 46 डिग्री है वहीं बिजली कटौती से लोग परेशान हैं।
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प्रदर्शन करने वालों ने ज्ञापन देकर 48 घंटे के भीतर बिजली व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने की चेतवानी दी। जेई को बंधक बनाने व प्रदर्शन करने वालों में दीपक सिंह राजवीर, पंडित जयंतुजय शास्त्री, तेज बहादुर सिंह, राकेश राय, अनिल सिंह, दुर्गेश सिंह, आशीष, वरुण सिंह, राजेश यादव आदि शामिल थे।
उधर, नदेसर क्षेत्र में बुधवार की रात 12 से डेढ़ बजे तक बिजली गुल रही। वहीं सुबह 6.30 से 7.10 और शाम 7.30 से 7.50 बजे तक बिजली गायब थी। इसके लोगों को लोगों को परेशान होना पड़ा। वहीं कारोबार भी प्रभावित हुआ। वहीं पिपलानी कटरा क्षेत्र के लोगों का आरोप था कि बुधवार को 10 घंटे बिजली कटी थी। गुरुवार सुबह में भी यही स्थिति थी।
इसे भी पढ़ें-कैलिफोर्निया से Meta के अलर्ट से बची प्रोफेसर की जान, इस वजह से करने जा रहे थे आत्महत्यायह समस्या पिपलानी कटरा में पीसनहारिया कुआ ट्रांसफार्मर के पास एबीसी केबल में कार्य करने के कारण आई थी। हालांकि बाद में आपूर्ति सामान्य कर दी गई।
गर्मी में बरसात वाला लोडभीषण गर्मी के कारण इस साल मई-जून में ही बिजली का लोड बहुत बढ़ गया है। पहले जहां बरसात के दिनों ही बिजली लोड 700 मेगावाट से अधिक पहुंचता था, लेकिन इस बार मई में ही लोड 781 मेगावाट तक पहुंच गया था। यह स्थिति 28 मई को बनी थी।
इसके बाद मात्र दो जून को ही लोड 700 के नीचे यानी 695 मेगावाट पर आया। इसके बाद फिर से बढ़ने लगा है। आठ जून को बिजली लोड 795 मेगावाट तक पहुंच गया था, जो काशी के इतिहास में सबसे अधिक है। हालांकि संभावना जताई जा रही हैं कि यह रिकार्ड भी जल्द ही टूट जाएगा और बरसात में लोड 800 मेगावाट से अधिक पहुंच सकता है।
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