UP के इस सीट का बदलता रहा है सियासी मिजाज, हर बार नए चेहरे पर दांव लगाती है BJP; मनोज सिन्हा भी आजमा चुके हैं भाग्य
2014 के चुनाव से भाजपा इस सीट पर मजबूती का एहसास कराने लगी। अब भाजपा हैट्रिक लगाने के लिए सियासी बिसात बिछा रही है वहीं आइएनडीआइए भी मजबूत दांव लगाने की तैयारी में है।
2019 के चुनाव में बसपा व सपा में गठबंधन होने से लड़ाई कांटे की थी। भाजपा के वीरेंद्र सिंह मस्त ने सपा के सनातन पांडेय को मात्र 15519 मत के अंतर से हराया। इस चुनाव में अभी...
लवकुश सिंह, बलिया।Ballia Lok Sabha Seat: लोकसभा सीट बलिया से बिहार की तीन सीमाएं सटी हुई हैं। इस सीट पर हर बार सियासी परिदृश्य बदलता रहा है। भाजपा नए चेहरे पर ही दांव लगाती है। इस बार फिर सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त को टिकट देने के बजाए राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर को उम्मीदवार बनाया गया है।
2014 में पहली बार भाजपा के भरत सिंह ने परचम लहराया था। उसके बाद से हर बार भाजपा ने उम्मीदवार बदलकर ही लोकसभा चुनाव में दमदारी से जोर लगाया है। 2019 के चुनाव में उनका टिकट भी पार्टी ने काट दिया और वीरेंद्र सिंह मस्त को प्रत्याशी बनाया। इस बार पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर को प्रत्याशी बनाया है।
हर बार भाजपा नए चेहरे पर लगाती है दांव
इस सीट के अतीत में जाएं तो पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के समय में भी भाजपा चेहरा बदलकर मजबूत दांव लगाने में पीछे नहीं रही। भाजपा के सिर्फ एक उम्मीदवार रामकृष्ण उर्फ गोपाल को वर्ष 1998 और 1999 में दो चुनाव लड़ने का मौका मिला। उसके बाद से भाजपा उम्मीदवारों का चेहरा बदलती रही है।
लगातार चुनाव जीतने वाले चंद्रशेखर के खिलाफ 2004 में भाजपा ने परमानंद तिवारी को उतारा। 2009 में गाजीपुर के मनोज सिन्हा को उतारा। सियासी दौड़ में भाजपा सफल नहीं हो सकी। 2014 के चुनाव से भाजपा इस सीट पर मजबूती का एहसास कराने लगी। अब भाजपा हैट्रिक लगाने के लिए सियासी बिसात बिछा रही है, वहीं आइएनडीआइए भी मजबूत दांव लगाने की तैयारी में है।
2019 के चुनाव में बसपा व सपा में गठबंधन होने से लड़ाई कांटे की थी। भाजपा के वीरेंद्र सिंह मस्त ने सपा के सनातन पांडेय को मात्र 15519 मत के अंतर से हराया। इस चुनाव में अभी सिर्फ भाजपा की ओर से ही मैदान सजा दिख रहा है। अन्य दलों की ओर से अभी उम्मीदवार घोषित नहीं हैं।
शामिल हैं पांच विधानसभा क्षेत्र
बलिया लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। इसमें बलिया की बैरिया, फेफना और बलिया सदर तथा गाजीपुर की मुहम्मदाबाद और जहुराबाद विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।