Boat Accident in Varanasi : दो नावों की टक्कर से हुआ हादसा, दो नहीं बल्कि चार डूबे थे
Boat Accident in Varanasi नाव हादसे को लेकर जो बातें नाविक मनोज ने बताई उसमें झोल है। यह भी चर्चा है दो नावों के टकराने से यह हादसा हुआ था। दरअसल जब छोटी नाव चली तो उस पर सवार कुछ युवक खड़े होकर सेल्फी लेने लगे।
वाराणसी, जेएनएन। नाव हादसे को लेकर जो बातें नाविक मनोज ने बताई उसमें झोल है। यह भी चर्चा है दो नावों के टकराने से यह हादसा हुआ था। दरअसल जब छोटी नाव चली तो उस पर सवार कुछ युवक खड़े होकर सेल्फी लेने लगे। इसके चलते नाविक को सामने से आ रही एक अन्य बड़ी नाव नहीं दिखाई पड़ी। इसके बाद दोनों नाव में टक्कर हो गई, जिससे छोटी नाव टेढ़ी हो गई और उसमें पानी भरने से वह डूब गई।
नाव हादसे में बचे चार पहुंचे अस्सी पुलिस चौकी पहुंचे
भदैनी घाट के सामने रविवार की शाम नाव हादसे में लापता दो दोस्तों में से विशाल सिंह का शव सोमवार की दोपहर साढ़े 12 बजे के करीब नाविकों ने जानकी घाट के सामने जाल की मदद से खोज निकाला। अभिषेक मौर्या की तलाश की जा रही थी कि तभी आनंदमयी व जानकी घाट के सामने दो अन्य युवकों के शव मिले। उनकी पहचान भेलूपुर थाना क्षेत्र के सराय सुरजन, बजरडीहा निवासी शाहिद जुनैद 23 वर्ष व शहनवाज 22 वर्ष के रूप में हुई। दोनों भी उसी नाव पर थे जो हादसे का शिकार हुई। घर नहीं पहुंचने पर उनके परिजनों ने देर रात्रि पुलिस से संपर्क कर उनके गायब होने की सूचना दी। उधर, हादसे में सही सलामत बचे चार युवकों ने सोमवार की शाम अस्सी पुलिस चौकी पर पहुंचकर बताया कि वे डर गए थे इसलिए सामने नहीं आए। इनमें बड़ी गैबी क्षेत्र निवासी विकास शर्मा, अतुल सिंह, योगेश कुमार व सुनील कुमार शामिल हैं। एनडीआरएफ व जलपुलिस मूक दर्शक की भूमिका में ही रही।
बुनकर परिवार के थे जुनैद व शहनवाज
शाहिद जुनैद के पिता कल्लू दा व शहनवाज के पिता सलीम खान पेशे से बुनकर हैं। दोनों युवक पिता के साथ ही काम में हाथ बंटाते थे। वे रविवार की दोपहर बाद से घर पर बिना कुछ बताए निकले थे। रातभर नहीं लौटे तो उनके परिवारीजन को चिंता हुई। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इस बीच अभिषेक की तलाश करने के दौरान शाहिद जुनैद का शव मिला तो पुलिस ने भी यह मान लिया कि वह भी अपने साथी शहनवाज के साथ नाव पर सवार था।
दो नहीं बल्कि चार डूबे थे गंगा में
दरअसल पांच वर्ष बाद मिले पांच दोस्त विशाल सोनकर, विशाल सिंह, अभिषेक मौर्या व दो लड़कियां रियूनियन पार्टी के लिए नाव से गंगा पार गए थे। सभी उदय प्रताप पब्लिक स्कूल में इंटर में साथ पढ़े थे। उन्हें गंगा पार ले जाने वाला नाविक अंधेरा होने पर अपनी नाव लेकर वापस लौट गया था। इसके बाद गंगा पार से आने के लिए उन्होंने एक छोटी नाव की। हादसे में बचे विशाल सोनकर के मुताबिक इस बीच नाव में पानी भरने लगा। लड़कियां घबरा गई और मदद के लिए शोर मचाया। स्थानीय नाविक नाव लेकर पहुंचते, नाव डूब चुकी थी। उस दौरान नाविक मनोज साहनी ने बताया था कि शिवपुर थानांतर्गत लक्षमनपुर स्थित गंगोत्री विहार कालोनी निवासी विशाल सिंह व अभिषेक मौर्या को छोड़ बाकी लोगों को बचा लिया गया। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल) व गोताखोर देर रात करीब 12 बजे तक दोनों की तलाश की लेकिन उनका पता नहीं चला। सोमवार की सुबह एनडीआरएफ व स्थानीय नाविकों की टीम ने फिर से दोनों दोस्तों की तलाश शुरू की तो विशाल सिंह का शव मिला और उसके एक घंटा बाद जुनैद का शव मिला। जुनैद का शव मिलने के बाद इस बात का कयास लगाया जाने लगा कि डूबने वालों की संख्या चार है। शाम को शाहनवाज का भी शव मिल गया। फिलहाल अभिषेक की तलाश जारी है।