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Bulldozer Action In Varanasi: मंडुवाडीह चौराहे पर भारी विरोध के बीच गरजा बुलडोजर, ढहाए गए 43 दुकान

लहरतारा से कीनाराम आश्रम वाया बीएचयू तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य होना है। लेकिन इसमें अतिक्रमण बाधा बन रहे थे। सड़क चौड़ीकरण में बाधा बन रहे मकानों व दुकानों को चिह्नित करने के साथ लोक निर्माण और राजस्व विभाग ने संयुक्त रूप से नोटिस थमाया था। शासन के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी (नगर) आलोक वर्मा के नेतृत्व में पीडब्ल्यूडी राजस्व और पुलिस कर्मी पहुंचे और बुलडोजर कार्रवाई की गई।

By Shravan bharadwaj Edited By: Riya Pandey Updated: Tue, 13 Aug 2024 09:40 PM (IST)
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वाराणसी में नोटिस के बाद भी दुकान खाली न करने पर गरजा बुलडोजर
जागरण संवाददाता, वाराणसी। लहरतारा से कीनाराम आश्रम वाया बीएचयू तक सड़क चौड़ीकरण में बाधा बन रहे अतिक्रमण को लोक निर्माण विभाग ने भारी विरोध के बीच तोड़ दिया। मंडुवाडीह चौरोहे पर बुलडोजर से छोटे-बड़े 43 से अधिक दुकानों को जमींदोज कर मलबा किनारे किया जिससे आवागमन बाधित नहीं हो।

राजस्व कर्मी और लोक निर्माण विभाग की संयुक्त टीम ने अवैध निर्माण चिह्नित करने के साथ भवन स्वामी को तोड़ने को कहा था। वहीं, दुकानदारों का कहना है कि बिना सूचना दिए दुकानों को ध्वस्त किया गया है।

लोक निर्माण व राजस्व विभाग ने संयुक्त रूप से थमाया था नोटिस

सड़क चौड़ीकरण में बाधा बन रहे मकानों व दुकानों को चिह्नित करने के साथ लोक निर्माण और राजस्व विभाग ने संयुक्त रूप से नोटिस थमाया था। साथ ही उन्हें अपनी दुकान खाली करने को कहा गया था लेकिन वे तैयार नहीं थे। इससे सड़क चौड़ीकरण का काम आगे नहीं बढ़ पा रहा था।

दुकान खाली न होने पर गरजने लगा बुलडोजर

शासन के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी (नगर) आलोक वर्मा के नेतृत्व में पीडब्ल्यूडी, राजस्व और पुलिस कर्मी पहुंचे। टीम देख दुकानदारों ने विरोध करना शुरू कर दिया। अवैध कब्जा होने का हवाला देते हुए एडीएम ने दुकान खाली करने को कहा लेकिन वे तैयार नहीं थे। इसको लेकर कुछ देर कहासुनी भी हुई। दुकान खाली नहीं होने पर बुलडोजर गरजने लगा और एक-एककर दुकानों को तोड़ा गया।

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पर्याप्त समय के बाद भी खाली करने को तैयार नहीं थे दुकानदार

इस बारे में एडीएम सिटी का कहना है कि कब्जेदारों और दुकानदारों को दुकान खाली करने का पर्याप्त समय दिया गया था लेकिन वे खाली करने को तैयार नहीं थे, ऐसे में दुकान तोड़ने की कार्रवाई की गई।

कार्रवाई के दौरान मालिकाना हक का कोई दुकानदार कागजात नहीं दिखा सका। कार्रवाई के दौरान सहायक अभियंता जितेंद्र सिंह व चंद्रजीत यादव, जेई हेमंत सिंह और मंडुवाडीह थाना प्रभारी भरत उपाध्याय मौजूद थे।

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