चंदौली का चकिया विधानसभा सीट : प्राकृतिक संपदाओं के लिए विख्यात है, तो दूसरी तरफ कुछ इलाके नक्सल प्रभावित
Chakia Chunav News चंदौली की एक मात्र सुरक्षित सीट चकिया विधानसभा के एक इलाके को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह का बागपत भी कहा जाता है। यहां नौगढ़ शिकारगंज व वनगावां इलाके में यादव जाति की बहुलता है।
By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Tue, 11 Jan 2022 03:02 PM (IST)
जागरण संवाददाता, चंदौली : जनपद की एक मात्र सुरक्षित सीट चकिया विधानसभा के एक इलाके को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह का बागपत भी कहा जाता है। यहां नौगढ़, शिकारगंज व वनगावां इलाके में यादव जाति की बहुलता है। वहीं विस क्षेत्र के अन्य इलाकों में अनुसूचित जाति की संख्या सबसे अधिक है। 2017 के विस चुनाव में यहां भाजपा के शारदा प्रसाद ने बसपा के जितेंद्र कुमार को बड़े अंतर से शिकस्त दी थी। सपा में अंतरकलह के कारण पूनम सोनकर को तीसरे स्थान पर जाना पड़ा था। 2022 के विस चुनाव में यहां सपा, बसपा व भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं।
जिले की चकिया विधानसभा का स्वतंत्र अस्तित्व 1962 में सामने आया। इससे पहले यह सीट चंदौली विधानसभा से जुड़ी हुई थी। चकिया विधानसभा का क्षेत्र एक तरफ जहां प्राकृतिक संपदाओं के लिए विख्यात है, तो वहीं दूसरी तरफ इसके कुछ इलाके नक्सल प्रभावित भी रहे हैं। पूर्व में हुए तीन विस चुनावों पर नजर दौड़ाएं तो 2007 के विस चुनाव में यहां बसपा के जितेंद्र कुमार ने जीत दर्ज की। सपा को दूसरे स्थान पर ही संतोष करना पड़ा था। 2012 के विस चुनाव में सपा की ओर से पूनम सोनकर को मैदान में उतारा गया। जिन्होंने बसपा के जितेंद्र कुमार को हराकर जिले की पहली महिला विधायक होने का गौरव हासिल किया। विस चुनाव 2017 में बसपा छोड़कर भाजपा में आए शारदा प्रसाद ने बड़े अंतर से जीत हासिल की।
अनुमानित जातिगत आंकड़ों की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक हरिजन मतदाता हैं, जिनकी संख्या 60 हजार के आसपास है। दूसरे नंबर यादव मतदाता हैं, जिनकी संख्या तकरीबन 40 हजार है। तीसरे व चौथे नंबर पर राजपूत व ब्राह्मण मतदाता हैं। इस विधानसभा में मौर्य मतदाताओं की संख्या भी लगभग 25 हजार के आसपास है। इस जाति के मतदाता यहां निर्णायक की भूमिका में होते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां फिलहाल सपा, भाजपा व बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के आसार दिखाई दे रहे हैं। हालांकि अनुमान लगाया जा रहा कि भाजपा व सपा में ही कांटे की टक्कर होगी। लेकिन बसपा भी अपने बेस वोटरों के सहारे में मुकाबले को तैयार दिख रही है। वैसे देखा जाए तो यह सीट हमेशा सत्ता के करीब ही रहती है। वर्तमान में चकिया विस क्षेत्र में कुल 367558 मतदाता हैं। इसमें 196600 पुरूष व 170978मतदाता महिला हैं।
रिपोर्ट : मनोज सिंह
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