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मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने बिजली विभाग के एमडी को किया निलंबित, जल निगम के अफसरों को अंतिम चेतावनी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को समीक्षा बैठक में विकास कार्यों को लेकर सख्त नजर आए। इस दौरान उन्होंने कड़ी कार्रवाई तो की ही सख्त संदेश भी दे दिया। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक सरोज कुमार को निलंबित कर दिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Fri, 18 Jun 2021 11:28 PM (IST)
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को समीक्षा बैठक में विकास कार्यों को लेकर सख्त नजर आए।
वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को समीक्षा बैठक में विकास कार्यों को लेकर सख्त नजर आए। इस दौरान उन्होंने कड़ी कार्रवाई तो की ही सख्त संदेश भी दे दिया। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक सरोज कुमार को निलंबित कर दिया। विभागीय अफसरों ने उनके घर पर होने की जानकारी दी। यह सुनते ही मुख्यमंत्री नाराज हो गए। तत्काल प्रभाव से एमडी को निलंबित करने का निर्देश दे दिया। हालांकि, बाद में अफसरों ने यह भी अवगत कराया कि एमडी बीमार चल रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री का फैसला नहीं बदला।

दोपहर बाद बलिया से बनारस आए मुख्यमंत्री ने नगर में जल-जमाव व सीवेज कार्य को लेकर जल निगम के मुख्य अभियंता समेत अन्य अफसरों को अंतिम चेतावनी दी। कहा कि तय वक्त पर शाही नाले की सफाई व स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त नहीं कर लिया गया तो ऐसी कार्रवाई की जाएगी जो आपने सोचा भी नहीं होगा। सर्किट हाउस में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर विकास कार्य पूरा कराने के लिए सभी कार्यदायी विभागों को आदेशित किया। कहा कि हर 15 दिन पर सभी जनप्रतिनिधियों के साथ अफसरों की बैठक हो। विकास कार्य की समीक्षा की जाए। बाधाओं को दूर कर कार्य को गति दी जाए। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने भी बातें रखीं। विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह ने रोहनिया के विकास को लेकर कई सुझाव दिए। इसमें ट्रासपोर्ट नगर व हाइटेक सिटी से संबंधित प्रस्ताव से अवगत कराते हुए कहा कि कुछ किसानों की जमीनें ले ली गई हैं जबकि कई किसानों से जमीनें लेने में कार्यदायी विभाग वाराणसी विकास प्राधिकरण सुस्त पड़ गया। ऐसे में न तो विकास हो सका है और न ही किसानों को राहत मिल रही है।

शहरी हुए गांवों के लिए एक हजार करोड़

विधायक ने शहरी हुए गांवों में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में हो रही समस्याओं की ओर जब ध्यान आकृष्ट कराया तो मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी हुए गांवों के लिए प्रदेश स्तर पर एक हजार करोड़ रुपये का बजट पास हुआ है। इससे हर जिले में शहरी हुए गांवों में विकास के लिए प्रस्ताव बनाने व कार्य करने के लिए आदेशित किया गया है। उन्होंने नगर निगम प्रशासन को इस दिशा में कदम तेजी से बढ़ाने के लिए निर्देशित किया।

20 मृतक आश्रितों को दिया नियुक्ति पत्र

बनारस आने के साथ मुख्यमंत्री ने गोद लिए सीएचसी हाथी बाजार का निरीक्षण किया। निर्माणाधीन रिंग रोड फेज टू और बन कर तैयार रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर देखा। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन - पूजन और कारिडोर का निरीक्षण किया। साथ ही 20 मृतक आश्रितों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। उन्होंने ईमानदारी व मेहनत से दायित्वों का निर्वाह करने की नसीहत दी। इस दौरान नियुक्ति पत्र लेने आईं कंचन लता के छोटे बच्चे को योगी आदित्यनाथ ने दुलारा। बैठक में मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, मंत्री रवींद्र जायसवाल, मंत्री अनिल राजभर, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, सौरभ श्रीवास्तव व अवधेश सिंह, एमएलसी अशोक धवन, लक्ष्मण आचार्य, क्षेत्रीय अध्यक्ष महेशचंद श्रीवास्तव, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा समेत अन्य अफसर मौजूद थे।

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