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हर साल 1000 युवाओं को ट्रेनिंग देगा सिपेट, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में किया शिलान्यास

वैसे तो हर राज्य में सिपेट का यह सेंटर हैं। यूपी में भी पहले से लखनऊ में है लेकिन जनसंख्या अधिक होने के कारण यहां पर सेंटर बढ़ाने जा रहे हैं। इससे युवाओं को रोजगार पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही उद्योग का भी टेक्नीकल सपोर्ट मिलेगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Thu, 15 Jul 2021 12:54 PM (IST)
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सिपेट के सीएसटीसी (स्कीलिंग एंड टेक्निकल सपोर्ट सेंटर) का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को किया।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। सिपेट (केंद्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संस्थान) के सीएसटीसी (स्कीलिंग एंड टेक्निकल सपोर्ट सेंटर) का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को किया। करसड़ा में करीब 45 करोड़ की लागत एवं 10 एकड़ भूमि में बनने जा रहा यह सेंटर पूर्वांचल के युवाओं के रोजगार का माध्यम बनेगा। यहां पर हरसाल लगभग 1000 युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी के पुरातन वैभव की समृद्धि, ज्ञान की गंगा से भी जुड़ी हुई है। ऐसे में काशी का आधुनिक ज्ञान और विज्ञान के केंद्र के रूप में भी निरंतर विकास ज़रूरी है। मॉडल स्कूल, पॉलिटेक्निक समेत संस्थान और नई सुविधाएं काशी को मिली है इसकी आधारशिला रखी गई है, ये काशी ही नहीं पूर्वांचल के औद्योगिक विकास को भी ऊर्जा देगा। ऐसे संस्थान आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए कुशल युवाओं के प्रशिक्षण में काशी की भूमिका को और मजबूत करेंगे। रोहनिया में 40.10 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले केंद्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संस्थान द्वारा सेंटर फार स्किलिंग एवं टेक्नोलॉजी सपोर्ट का प्रधानमंत्री ने शिलान्यास करते हुए कहा कि बनारस के युवाओं को, विद्याॢथयों को सीपेट सेंटर के लिए विशेष रूप से बधाई देता हूं। पूर्वांचल समेत अन्य प्रदेशों के युवाओं को तरासने में इस सेंटर का बहुत बड़ा योगदान होगा।

सेंटर के प्रिंसिपल डायरेक्टर एवं हेड डा. एसएन यादव ने बताया कि वैसे तो हर राज्य में सिपेट का यह सेंटर हैं। यूपी में भी पहले से लखनऊ में है, लेकिन जनसंख्या अधिक होने के कारण यहां पर सेंटर बढ़ाने जा रहे हैं। इससे युवाओं को रोजगार पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही उद्योग का भी टेक्नीकल सपोर्ट मिलेगी। सरकार एवं उद्यमियों को दक्ष युवा मिलेंगे। साथ ही मैटेरियल की खरीदारी में गुणवत्ता की जांच की भी सुविधा रहेगी। इसके लिए आधुनिक मशीनें मंगाई जा रही है। किन्हीं कारण से पढ़ाई छोड़ चुके युवाओं के लिए भी ट्रेनिंग की व्यवस्था होगी। बताया कि एक साल में 1000 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस सेंटर में आधुनिक टेस्टिंग लैब, प्रोसेसिंग लैब, एडमिन ब्लॉक, वर्कशाप, टूल रूम, हास्टल आदि का निर्माण हो रहा है। यहां प्लास्टिक की री-साइकिलिंग व लैब प्रोसेसिंग आदि का प्रशिक्षण मिलेगा। वैसे इस सेंटर के बनने के पहले ही भुल्लनुपर में कोर्स का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।

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