रेलवे फाटक बंद होने से वाराणसी के मंडुआडीह क्षेत्र के आम लोगों को हो रही परेशानी
वाराणसी के मंडुआडीह क्षेत्र के सब्जी मंडी के समीप रेलवे फाटक संख्या 3 अ को कुछ महीने पूर्व रेल प्रशासन द्वारा बंद करा दिए जाने से स्थानीय व्यापारियों में रेलवे विभाग के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त है। अंडरपास बनवाने के लिए विधायक सहित अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं।
By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Tue, 02 Mar 2021 03:30 PM (IST)
वाराणसी, जेएनएन। मंडुआडीह क्षेत्र के सब्जी मंडी के समीप रेलवे फाटक संख्या 3 अ को कुछ महीने पूर्व रेल प्रशासन द्वारा बंद करा दिए जाने से स्थानीय व्यापारियों में रेलवे विभाग के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त है। रेलवे गेट के आसपास रहने वालों ने बताया की आरओबी बन जाने के बाद स्थानीय लोगों ने एक बार रेल फाटक बंद करने का विरोध भी किया था लेकिन रेलवे प्रशासन द्वारा देर रात्रि भारी फोर्स व जेसीबी लगाकर फाटक के आसपास गड्ढा खोद दिया गया उस वक्त पता चलते ही सैकड़ों की संख्या में स्थानीय नागरिक पहुंचे लेकिन भारी रेलवे पुलिस फोर्स के आगे सभी की एक न चली।
आस- पास गांव के लोग भी हो रहे प्रभावितइस रेलवे फाटक के बंद किए जाने से रोहनिया, मोहनसराय,जमुआ बाजार, कछवा, लोहता तथा आसपास के किसान साइकिल पर अपनी सब्जी लादकर सिगरा स्थित चंदुआ सट्टी में बेचने के लिए जाते है लेकिन उन किसानों को इस फाटक के बंद हो जाने से अब उन्हें लहरतारा से कैन्ट होकर चंदुआ सट्टी जाना पड़ता है।
लाखों की आबादी हो रही प्रभावितइस रेलवे फाटक से मंडुआडीह बाजार को जोड़ने वाले मोहल्लों में शिवपुरवा, जयप्रकाश नगर, रानीपुर,पचपेड़वा, महमूरगंज तथा आसपास बसी हुई अन्य कॉलोनियों के लोग भी मंडुआडीह बाजार आने से कतराते हैं। स्थानीय व्यापारी इस रेलवे फाटक पर अंडरपास बनवाने के लिए स्थानीय विधायक सहित रेलवे के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक रेलवे प्रशासन की तरफ से कोई भी पहल स्थानीय व्यापारियों के लिए नही की गयी है। मंडुआडीह फाटक बंद होने से दयाशंकर गुप्ता, मिठाई लाल,धर्मेंद्र, बबलू गुप्ता,सहित अनेकों व्यापारियों में रोष व्याप्त है।
रेलवे अंडर पास की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन अदलहाट क्षेत्र के रैपुरिया व भभुआर गांव के बीच रेलवे अंडरपास को लेकर ग्रामीणों ने मंगलवार को रैपुरिया में रेलवे लाइन के किनारे धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि दर्जनों गांवों के लोगों के आवागमन की समस्या का निवारण समय रहते नहीं किया गया तो गांव के लोग आंदोलन को बाध्य होंगे। ग्रामीणों का आरोप था कि बार-बार लिखित एवं मौखिक आवेदन के बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
धरने का नेतृत्व कर रहे कमलेश ङ्क्षसह ने कहा कि रैपुरिया और भभुआर के बीच अंडर पास बन जाने से दर्जनों गांव के लोग लाभांवित होंगे। किसानों को मंडी में आने जाने के लिए तीन किलोमीटर दूरी अनावश्यक रूप से तय करनी पड़ती है। अंडरपास बन जाने से व्यापारियों ,किसानों व छात्र-छात्राओं को काफी राहत मिलेगी। इस मौके पर सुमित जायसवाल, दीपक प्रजापति, शिवशंकर मौर्या, भोला मोदनवाल, रामकुमार ङ्क्षसह, अजय शंकर गुप्ता, आलमगीर खां, सुरेश पटेल, बिल्ला गुप्ता, श्रवण कुमार जायसवाल आदि थे।
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