वाराणसी में दैनिक जागरण ने शुरू की पहल, लोगों की प्यास बुझाकर समझा रहे जल की महत्ता
जल है तो कल है। यह सब जानते हैं लेकिन इसके प्रति सचेत कम लोग ही रहते हैं। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने का संकल्प दैनिक जागरण ने उठाया है। जल सरोकार को समझाने के लिए मानव सेवा को आधार बनाया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : जल है तो कल है। यह सब जानते हैं लेकिन इसके प्रति सचेत कम लोग ही रहते हैं। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने का संकल्प दैनिक जागरण ने उठाया है। जल सरोकार को समझाने के लिए मानव सेवा को आधार बनाया है। इसकी पहल गुरुवार को हो गई है जिसे एक हजार गिलास अभियान का नाम दिया गया है। गोदौलिया चौराहे पर महापौर मृदुला जायसवाल ने पहिए पर स्थापित प्याऊ का शुभारंभ किया है। लोगों की प्यास बुझाकर कल के लिए बचाएं जल का संदेश दिया जा रहा है।
महापौर ने कहा कि जल के महत्व को सभी को समझना होगा क्योंकि बिन पानी के जीवन की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। अब तक देखा गया है कि पीने के पानी की बर्बादी की जाती है जो गलत है। इस मौके पर मौजूद काशी जोन के डीसीपी आरएस गौतम, एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय, समाजसेवी अनिकेशचंद्र गुप्ता ने भी जल की महत्ता को रेखांकित किया।
बाबा के भक्तों ने भी सराहा
दैनिक जागरण के इस प्रयास को बाबा के भक्तों ने भी सराहा। प्यास बुझाने के लिए जब स्टाल पर लोग पहुंचे तो वहां पर मुंह मीठा करने के लिए गुड़ भी था। मिट्टी के घड़े में रखा स्वच्छ जल शीतल हो गया था। प्यास बुझाकर मनोज गुप्ता ने कहा कि यह व्यवस्था अति उत्तम है। गर्मी के मौसम में पानी की जरूरत होगी है। इलाके में हर ओर बोतल बंद पानी तो है लेकिन उसकी कीमत भी चुकानी पड़ रही है।
ऐसे ही निश्शुल्क प्याऊ की जरूरत थी। जौनपुर से आईं रोशनी ने कहा कि अब तो ऐसे प्याऊ दिखते ही नहीं हैं। बोतल बंद पानी के कारोबार ने लोगों को मानव सेवा से दूर कर दिया है। सचिन ने कहा कि ऐसी व्यवस्था सरकारी स्तर पर होनी चाहिए।