ट्रेन से गिर जाए सामान तो न हों परेशान, रेल लाइन के किनारे पोल नंबर बताएगा पता
जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि ट्रेन से मोबाइल फोन गिरने पर संबंधित यात्री किसी माध्यम से रेलवे सुरक्षा बल के सुरक्षा हेल्पलाइन 182 पर कॉल कर मदद मांग सकता है।
वाराणसी [कृष्ण बहादुर रावत] । चलती ट्रेन से लोगों के मोबाइल फोन या अन्य कीमती सामान गिरने की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। ऐसे में यात्रियों को अपना सामान वापस पाने के लिए परेशान होना पड़ता है और अधिकतर मामलों में निराशा ही हाथ लगती है। कारण कि सामान कैसे मिलेगा, इसकी जानकारी नहीं रहती है। कुछ मामलों में यात्री चेन खींच देते हैं, जो रेलवे नियम के अनुसार दंडनीय अपराध है। इसमें आर्थिक दंड के साथ जेल का भी प्रावधान है। इन स्थितियों से बचते हुए थोड़ी सी जानकारी होने पर सामान तीन से चार घंटे में मिलने की 90 प्रतिशत तक संभावना रहती है।
पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि ट्रेन से मोबाइल फोन गिरने पर संबंधित यात्री किसी माध्यम से रेलवे सुरक्षा बल के अखिल भारतीय सुरक्षा हेल्पलाइन पर 182 पर कॉल कर मदद मांग सकता है। यह सेवा 365 दिन 24 घंटे कार्य करती है। हालांकि यात्री को मोबाइल फोन या सामान गिरने पर तत्काल रेलवे के ट्रैक के पास लगे पोल पर अंकित नंबर याद होना चाहिए। साथ ही यह भी बताना होगा कि सामान गिरने से पहले कौन सा स्टेशन पीछे छूटा था। ये जानकारियां आरपीएफ के हेल्पलाइन को बताना होगा। इसके बाद कमान सेंटर संबंधित सूचनाएं यात्री के सामान गिरे स्थान से आगे व पीछे के स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट को बताएगा। उसके बाद फील्ड स्टाफ उस स्थान पर जाकर सामान प्राप्त कर लेगा।
यह नंबर भी बड़े काम के
टे्रन यात्रा के दौरान तबियत खराब होने या अन्य घटना होने पर रेलवे पैसेंजर हेल्प लाइन 138 पर कॉल कर मदद ली जा सकती है। इसके अतिरिक्त चोरी, डकैती या अन्य स्थिति आने पर राजकीय रेलवे पुलिस के हेल्पलाइन 1512 पर कॉल कर सकते हैं।