Weather Update : पूर्वांचल में पुरवा हवाओं का जोर दोबारा करा सकता है बारिश, गुलाबी ठंड का दौर देने लगा राहत
वाराणसी सहित सोनभद्र बलिया मऊ गाजीपुर आजमगढ़ मीरजापुर जौनपुर भदोही चंदौली आदि जिलों में मौसम का रुख अब गुलाबी ठंडक की ओर हो चला है। इसकी वजह से अब सुबह गर्मी और उमस का असर नौ बजे के बाद ही नजर आता है।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। Varanasi Weather Report मौसम विभाग IMD की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बादलों की सक्रियता का रुख दोबारा होने जा रहा है। बादलों की आवाजाही का रुख बना रहा तो इस सप्ताह भर तक बारिश और बादलों की सक्रियता का संकेत मौसम विभाग ने दिए हैं। पूर्वांचल के सोनभद्र, बलिया, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, मीरजापुर, भदोही और चंदौली में भी यही रुख मौसम का रहने की उम्मीद है।
हवाओं का रुख पुरवा होने से बंगाल की खाड़ी से नमी का स्तर भी लगातार बढ़ा हुआ है। ऐसे में बादलों की सक्रियता या लोकल हीटिंग होते ही बादल पानी भी गिराएंगे। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में बादलों की सक्रियता का रुख लोगों को उमस से भी राहत देकर जाएगा।
सोमवार की सुबह मौसम ठंडा रहा और दिन चढ़ते ही ठंडी हवाओं के बीच सूरज की चटख रोशनी ने धरती पर अपनी आभा विस्तारित की। सुबह आठ बजे तक वातावरण में चटख धूप की वजह से गर्मी और उमस में भी इजाफा हुआ है। ऐसे में दोपहर में उमस और गर्मी से लोग पसीना पसीना भी खूब होंगे। माना जा रहा है कि नमी का बढ़ा हुआ यह स्तर 24 घंटों में बारिश भी करा सकता है। ऐसे में वातावरण में बदलाव का रुख लोगों को इस सप्ताह राहत देने जा रहा है। वहीं अंचलों में अब बीते तीन दिन से कुहासा का स्तर बढ़ने से गुलाबी ठंडक का अहसास नजर आने लगा है।
वाराणसी में बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम रहा। इस दौरान 18 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। जबकि आर्द्रता का स्तर अधिकतम 89 फीसद और न्यूनतम 86 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग ने इस पूरे सप्ताह और बेहतर बारिश के संकेत जारी किए हैं। हालांकि, बादल इस समय दक्षिण की ओर मध्य प्रदेश में सक्रिय हैं। ऐसे में बादलों की सक्रियता का रुख और उत्तर की ओर बढ़ा तो बारिश होना तय है। वहीं नमी का स्तर भी बेहतर होने से बारिश की परिस्थितियां बनी हुई हैं।
मौसम विभाग के अनुमानों के अनुसार पहाड़ों से अब मानसूनी सक्रियता के वापस लौटने का क्रम शुरू हो चुका है। ऐसे में अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश से भी पखवारे भर में मानसून लौटने लगेगा। इस लिहाज से मानसूनी सक्रियता का रुख अक्टूबर के पहले सप्ताह तक भी रह सकता है। इसकी वजह से बादलों की आवाजाही और बूंदाबांदी हुई तो गुलाबी ठंडक के बीच कुहासा और कोहरे का असर जल्द हो सकता है।