UP News: साइबर ठगों ने बुजुर्ग महिला को बनाया 24 घंटे के लिए डिजिटल अरेस्ट, खाते से उड़ाए 32 लाख रुपये
साइबर ठगों ने एक 67 वर्षीय महिला को 24 घंटे के लिए डिजिटल रूप से गिरफ्तार कर लिया और उनसे 32 लाख 40 हजार रुपये की ठगी कर ली। ठगों ने महिला को व्हाट्सएप के जरिए गिरफ्तारी वारंट और अन्य दस्तावेज भेजे। उसने खुद को मुंबई के अंधेरी पुलिस स्टेशन का अधिकारी सुनील कुमार बताया था। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। 24 घंटे डिजिटल अरेस्ट करके साइबर ठगों ने लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र के चंद्रा रेजिडेंसी हुकुलगंज में रहने वाली 67 साल की नीना कौरा से 32 लाख 40 हजार रुपये की ठगी की। साइबर ठगों ने उनको व्हाट्सएप के जरिए गिरफ्तारी वारंट आदि भी भेजा था। इस मामले में साइबर क्राइम थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
पुलिस को दी गई तहरीर में नीना ने बताया कि बीते 15 अक्टूबर की दोपहर उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप वीडियो काल आई। कॉल करने वाला पुलिस की वर्दी पहने था। उसने खुद को मुंबई के अंधेरी पुलिस स्टेशन का अधिकारी सुनील कुमार बताया।
कहा कि नीना कौरा के नाम से अवैध पार्सल कुरियर के जरिए सिंगापुर भेजा गया है। उसमें नशीला पदार्थ, फर्जी पासपोर्ट व एटीएम कार्ड हैं। कुरियर को देश की सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ लिया है। इस मामले की जांच करने पर उनका नाम सामने आया है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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उसने गिरफ्तारी वारंट आदी भेजकर दो दिनों में मुंबई पहुंचने का आदेश देते हुए कहा कि इस मामले में उनकी गिरफ्तार की जाएगी। इसके बाद सीबीआई अधिकारी अनिल यादव से बात करने को कहा और कॉल ट्रांसफर किया।
अनिल यादव ने नीना को चेतावनी दिया कि इस मामले में किसी परिचित को जानकारी दी तो उनको जान को खतरा हो सकता है। साथ ही गिरफ्तार से बचने के लिए संपत्ति की जानकारी दी।नीना ने उसे अपने फ्लैट, कार व भारतीय स्टेट बैंक के होटल डी पेरिस कैंटोनमेंट ब्रांच में 32 लाख 40 हजार रुपये होने की जानकारी दी। इस सीबीआइ अधिकारी बने अनिल यादव ने अदालत से गिरफ्तारी रुकवाने के लिए बैंक खातों में रखे रुपये जांच के लिए उसके बताए बैंक खाते में ट्रांसफर करने को कहा।
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