वाराणसी में किराना व्यवसायी हत्याकांड में भाई और उसके बेटों पर एफआइआर, वसीयत की जमीन को लेकर विवाद
भूमि विवाद में किराना व्यवसायी व्यवसायी राजेश जायसवाल की गोली मारकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों से भी जांच की है लेकिन घटनास्थल पुल पर होने तथा रात के कारण कोई खास सफलता नहीं मिली।
By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Fri, 30 Jul 2021 08:44 PM (IST)
वाराणसी, जागरण संवाददाता। भूमि विवाद में किराना व्यवसायी व्यवसायी राजेश जायसवाल की गोली मारकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। इस मामले में व्यवसायी की पत्नी साधना जायसवाल ने अपने जेठ विजय जायसवाल, जेठानी शैल कुमारी और उसके बेटों सुंदर ,शिवम और शुभम के खिलाफ हत्या और साजिश रचने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है।
व्यवसायी के बेटे करन जायसवाल ने बताया कि उसकी दादी ने पिता के नाम से घर के बगल में ही एक जमीन वसीयत कर दी थी, जिसको लेकर उसके बड़े पिताजी अक्सर झगड़ा करते तो जान मारने की धमकी देते थे। हमलोग सोचे भी नहीं थे कि वह हत्या जैसा अपराध कर सकते हैं। इसके अलावा भी एक अन्य जमीन कछवां रोड सड़क पर है जिसको लेकर विवाद होता था।बता दें कि मिर्जमुराद के तमाचाबाद कछवां रोड के रहनेवाले राजेश जायसवाल रोहनिया के भदवर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती अपनी सास को गुरुवार की रात बाइक से खाना लेकर जा रहे थे। इस बीच करनाडाड़ी पुल पर बाइक सवार बदमाशों ने राजेश को ओवरटेक करके रोकने के बाद सीने में ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी जिससे मौके पर ही राजेश की मौत हो गई। शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम होने के बाद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों से भी जांच की है लेकिन घटनास्थल पुल पर होने तथा रात के कारण कोई खास सफलता नहीं मिली। पुलिस आरोपित भाई सहित कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
विवाद से दूर रखने के लिए बेटे को बाहर भेजा पढऩेइकलौता पुत्र होने के कारण किराना व्यवसायी उसे विवाद से दूर रखना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने बेटे करन को घर के विवाद से दूर रखकर प्रयाग राज में बीएससी कराया, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। कोरोना के कारण इसी बीच घर आ गया। खाली होने के कारण पापा का हाथ बटाता था। अब न पापा रहे और न ही उनकी इच्छा पूरी हुई। बताया कि दो साल पहले बड़े पापा के बेटे की शादी के समय भी जमकर विवाद हुआ था। 2020 में दादी और दादा की मौत के बाद जमीन पिताजी के नाम हो गई इसलिए और भी रंजिश बढ़ गई थी।
पसली में फंसी गोली के लिए शव भेजना पड़ा अस्पतालकिराना व्यवसायी के शरीर में फंसी गोली खोजने में पोस्टमार्टम में लगे डाक्टरों कर पसीने छूट गए। इस कारण शव का एक्सरे कराने के लिए मंडलीय अस्पताल भेजा गया। काफी इंतजार के बाद शव आने पर पसली में फंसी गोली निकाली गई। इंस्पेक्टर रोहनिया हरिनाथ प्रसाद ने बताया कि कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बैठाया गया है। उधर, किराना व्यवसायी के घर मातम छाया हुआ है। घर पर सांत्वना देने वाले लोग आते जाते रहे।
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