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Varanasi News: श्रीकाशी विश्वनाथ के गर्भ में गिरे थे श्रद्धालु, अब ड्यूटी में लापरवाही पर पांच पुलिसकर्मी निलंबित

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के दौरान गर्भगृह में एक महिला श्रद्धालु के गिरने की घटना के बाद पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी ने बड़ी कार्रवाई की है। डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी ने एक दारोगा एक पुरुष सिपाही और तीन महिला सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। गैर जनपदों के तीन दारोगाओं के निलंबन की संस्तुति उनके पुलिस प्रमुखों को भेजी गई है।

By Rakesh Srivastava Edited By: Vivek Shukla Updated: Fri, 11 Oct 2024 11:59 AM (IST)
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काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालु के गिरने पर 5 पुलिसकर्मी निलंबित। जागरण
जागरण संवाददाता, वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में सात अक्टूबर को सप्तर्षि आरती के बाद गर्भगृह में महिला श्रद्धालु के गिरने की घटना को गंभीरता से लेते हुए डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी ने पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी के एक दारोगा, एक पुरुष सिपाही और तीन महिला सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।

मंदिर सुरक्षा में लगे गैर जनपदों के तीन दारोगाओं के निलंबन की संस्तुति उनके पुलिस प्रमुखों को भेजी है। एसपी सुरक्षा ने यह कार्रवाई घटना की एसीपी सुरक्षा अमित श्रीवास्तव से जांच कराने के बाद की है।

सहायक पुलिस आयुक्त ने जांच रिपोर्ट में पाया कि सप्तर्षि आरती के बाद गर्भगृह में श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा प्रवेश कर गई थी। गर्भगृह का अरघा गहरा होने के कारण महिला स्पर्श दर्शन के प्रयास में संतुलन खो बैठी और उसमें जा गिरी। घटना ज्यादा दर्शनार्थियों के एक साथ गर्भगृह में प्रवेश के कारण हुई इसलिए प्रथम दृष्टया लापरवाही सुरक्षा ड्यूटी में लगे आठ पुलिसकर्मियों की है।

मंदिर के गर्भगृह में गिर गए थे श्रद्धालु।-जागरण 


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इन्‍हें किया गया निलंबित

जांच रिपोर्ट मिलते ही डीसीपी सुरक्षा ने पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी के दारोगा सुरेश चंद्र द्विवेदी (थाना भेलूपुर), कांस्टेबल भूपेश यादव (थाना मंडुवाडीह), महिला कांस्टेबल वंदना सरोज (थाना चेतगंज), सुनैना (पुलिस लाइन), प्रीति (थाना चौबेपुर) को निलंबित कर दिया।

इसके अलावा जनपद बलिया के दारोगा रामाकांत राय, आजमगढ़ के अजीत सिंह और गाजीपुर के दुर्गेश कुमार के निलंबन की संस्तुति संबंधित जिलों के पुलिस प्रमुखों को भेजी है।

दो दिनों से गर्भगृह में प्रवेश व स्पर्श दर्शन प्रतिबंधित।-जागरण


स्पर्श दर्शन पर प्रतिबंध से बाबा के भक्त नाराज, बैठे धरने पर

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दो दिनों से गर्भगृह में प्रवेश व स्पर्श दर्शन प्रतिबंधित करने और वीआइपी व अधिकारियों को छूट दिए जाने से नियमित श्रद्धालु गुरुवार को आक्रोशित हो उठे। धरने पर बैठे और मंदिर प्रशासन खिलाफ नारेबाजी की। अधिकारियों ने उनको आश्वासन देकर वहां हटाया।

दो दिन पूर्व मंदिर गर्भगृह में कुछ श्रद्धालु अरघे में गिर गए थे। इसके बाद मंदिर प्रशासन ने गर्भगृह में प्रवेश व स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दिया। श्रद्धालुओं का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों की भारी भरकम फौज के बाद भी अनियमित तरीके से श्रद्धालुओं को छोड़े जाने से घटना हुई थी। इसके लिए मंदिर प्रशासन, सुरक्षा तंत्र व अधिकारी जिम्मेदार हैं। इसकी सजा बाबा के भक्तों को क्यों मिले।

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भक्तों का यह भी आरोप था कि प्रतिबंध के बावजूद गुरुवार को अधिकारी, कर्मचारी और वीआइपी गर्भगृह में स्पर्श दर्शन करते रहे। भक्तों का विश्वनाथ मंदिर में दरस परस का विशेष महत्व है। मंदिर प्रशासन द्वारा रोके जाने से बहुत से भक्त नाराज होकर कोसते हुए लौट गए। बाद में वहां उपस्थित नियमित भक्तों ने जब प्रतिबंध में भेदभावपूर्ण नीति देखी तो उनका धैर्य जवाब दे गया।

श्रद्धालुओं ने कहा कि हमारी भावनाओं से खिलवाड़ न किया जाए हम बरसों से बाबा को स्पर्श करके जल चढ़ाते चले आए हैं। यह हमारा अधिकार है, इसे न छीना जाए। धरना देने वालों में शुभम मिश्र, श्याम जायसवाल, गीतकार कन्हैया दुबे केडी, रूपेश मौर्य, सरिता मिश्रा, पं. सुनील शर्मा, प्रमोद सिंह, सतीश चौरसिया, शिव त्रिलोकी आदि थे।

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