Jaunpur के पूर्व सांसद धनंजय सिंह सहयोगी सहित गिरफ्तार, न्यायिक हिरासत में भेजा जिला जेल
पुलिस ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उनके एक सहयोगी को सोमवार को तड़के गिरफ्तार कर लिया।
By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Tue, 12 May 2020 12:46 AM (IST)
जौनपुर, जेएनएन। पुलिस ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उनके एक सहयोगी को सोमवार को तड़के गिरफ्तार कर लिया। इन पर नमामि गंगे परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर को अगवा कर जान से मार डालने की धमकी देने का आरोप है। दो अन्य अज्ञात आरोपितों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। गिरफ्तार पूर्व सांसद व उनके सहयोगी को पुलिस ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद न्यायालय में पेश किया। जहां से एसीजेएम प्रथम जीवक कुमार ने 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
मुजफ्फरनगर जिले के शहर कोतवाली इलाके के इमामबाड़ा मोहल्ला निवासी अभिनव सिंघल जौनपुर में नमामि गंगे परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर तैनात हैं। शहर में सीवर पाइप लाइन बिछाने की संचालित परियोजना का कार्यालय लाइन बाजार थाना क्षेत्र के पंचहटिया में है। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि रविवार की रात 10.30 बजे अभिनव सिंघल ने लाइन बाजार थाने में तहरीर दी। आरोप लगाया कि शाम साढ़े पांच बजे उन्हें कार्यालय में कामकाज निबटाते समय विक्रम सिंह व दो अन्य लोग अगवाकर कार से पूर्व सांसद धनंजय सिंह के शास्त्रीनगर (कालीकुत्ती) स्थित आवास पर ले गए। जहां धनंजय सिंह ने जान से मार डालने की धमकी दी। तहरीर के आधार पर अपहरण, रंगदारी मांगने, गाली-गलौच व जान से मार डालने की धमकी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एएसपी सिटी डा. संजय कुमार व सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह के नेतृत्व में लाइन बाजार थाना प्रभारी निरीक्षक दिनेश प्रकाश पांडेय और आधा दर्जन अन्य थानों की पुलिस नेे तड़के दो बजे धनंजय सिंह के आवास पर दबिश देकर उन्हें और सहयोगी विक्रम सिंह को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त कार बरामद कर ली। एसपी ने बताया कि पूर्व सांसद के विरुद्ध जौनपुर, लखनऊ और दिल्ली में हत्या, हत्या के प्रयास, दुष्कर्म सहित 38 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं पूर्व सांसद धनंजय सिंह का आरोप है कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है।
मेरे बेटे को साजिश के तहत फंसाया: राजदेव सिंहरारी के पूर्व विधायक राजदेव सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गए पत्र में कहा है कि उनके पुत्र पूर्व सांसद धनंजय सिंह को प्रोजेक्ट मैनेजर के अपहरण व रंगदारी के मामले में साजिश के तहत फंसाया गया है। सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का मानक के अनुरूप कार्य न होने की जन शिकायत पर धनंजय सिंह ने मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने की बात कही थी। इसी रंजिश को लेकर राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने पुलिस अधीक्षक को साजिश में लेकर फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर गिरफ्तारी करा दी। कहा कि धनंजय पर जिन 38 मुकदमों को दर्शाया गया है उनमें से 25 में अदालत दोषमुक्त कर चुकी है। तीन शासन स्तर से वापस लिए जा चुके हैं। नामजदगी गलत होने से दो मामले स्पंज कर दिए गए हैं। छह ही मुकदमे विचाराधीन हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है।
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