वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से फल गायब, ठेकेदार और वेंडरों में टकराव के चलते बढ़ी दुश्वारी
वेंडर के बीच उपजे विवाद का असर सीधे तौर पर यात्रियों की सुविधाओं पर पड़ने लगा है। इस टकराव के चलते पिछले तीन दिनों से यहांं फल की बिक्री बंद है। ठेकेदार को नोटिस दिए जाने के बाद भी वेंडरों की समस्या जस की तस है।
वाराणसी, जेएनएन। कैंट स्टेशन पर ठेकेदार और वेंडर के बीच उपजे विवाद का असर सीधे तौर पर यात्रियों की सुविधाओं पर पड़ने लगा है। इस टकराव के चलते पिछले तीन दिनों से यहाँ फल की बिक्री बंद है। तीन माह बीत जाने व स्टेशन निदेशक की ओर से ठेकेदार को नोटिस दिए जाने के बाद भी वेंडरों की समस्या जस की तस है। नतीजा, रेट लिस्ट ना होने से दो दिनों से प्लेटफार्म पर किसी भी तरह के फलों का ठेला नहीं लग रहा।
रेलवे से करार का उल्लंघन
यात्री सुविधाओं के लिए कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म पर विभिन्न तरह के स्टॉल संचालित हैं। इन्हीं मेंं एक है वेंडरों को खुमचा व ठेला। तीन माह पूर्व किराए के विवाद का मामला ऐसा तूल पकड़ा कि मंडल स्तर से जांच करायी गयी। जिसमें रेलवे से अनुबंधित नियमों की बात सामने आई। इसके बाद वेंडरों को बिना रेट लिस्ट के प्लेटफार्म पर ठेला व खुमचा ना लगाने का आदेश दिया गया। वेंडरों की ओर ठेकेदार से लगातार रेट लिस्ट मांगा जा रहा है। लेकिन अभी तक किसी भी तरह का लिस्ट नहीं दिया गया। इसके चलते चालान की डर से दो दिनों से प्लेटफार्म पर फलों का ठेला व खुमचा नहीं लगा। जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है।
दो दिन पूर्व दिया गया ठेकेदार को नोटिस
स्टेशन निदेशक आंनद मोहन की ओर से दो दिन पूर्व स्टेशन निरीक्षण के दौरान कई खामियों पर कार्रवाई किए जाने के साथ ही बिना रेट लिस्ट के ठेला न लगाने पर तल्ख तेवर के साथ ही उन्होंने ठेकेदार को नोटिस जारी करने का आदेश दिया। लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी ठेकेदार की ओर से वेंडरों को रेट लिस्ट जारी नहीं किया गया। ठेकेदार वेंडर के इस रार में यात्रियों को दो दिनों से फलों के लिए भटकना पड़ रहा है।