G-20 Summit: CM योगी और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी वाराणसी में सांस्कृतिक कार्यक्रम में हुए शामिल
धरोहरों की चोरी रोकनेकलाकारों को आगे बढ़ानेसंस्कृति संरक्षण में डिजिटल टेक्नोलाजी अपनाने आदि मुद्दों पर जी-20 की संस्कृति मंत्री समूह की बैठक आम सहमति के साथ शनिवार को संपन्न हो गई। बनारस घोषणा पत्र में रूस-यूक्रेन युद्ध की निंदा की गई जिसका रूस ने कड़ा विरोध किया। चीन ने भी इससे असहमति जताई है और कहा कि यह भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करने का समय नहीं है।
By Paras PandeyEdited By: Paras PandeyUpdated: Sun, 27 Aug 2023 05:30 AM (IST)
वाराणसी,जागरण संवाददाता। धरोहरों की चोरी रोकने,कलाकारों को आगे बढ़ाने,संस्कृति संरक्षण में डिजिटल टेक्नोलाजी अपनाने आदि मुद्दों पर जी-20 की संस्कृति मंत्री समूह की बैठक आम सहमति के साथ शनिवार को संपन्न हो गई। बनारस घोषणा पत्र में रूस-यूक्रेन युद्ध की निंदा की गई, जिसका रूस ने कड़ा विरोध किया।
चीन ने भी इससे असहमति जताई और कहा कि जी-20 संस्कृति कार्य समूह भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सही मंच नहीं है और वह इसका समर्थन नहीं करता। जी-20 संस्कृति मंत्री समूह की बैठक के अंतिम दिन अब तक की चर्चा और मंथन पर तैयार ड्राफ्ट को सर्वसहमित से स्वीकृति दी गई। साथ ही जी-20 संस्कृति कार्य समूह द्वारा ग्लोबल थीमैटिक वेबिनार पर रिपोर्ट लांच की गई। बैठक में सांस्कृतिक रिश्ते,आपसी संवाद और एक-दूसरे को सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।
सांस्कृतिक संपत्ति की अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने की प्रतिबद्धता भी दोहराई गई। तेजी से लुप्त हो रही भाषाओं पर भी चिंता जताते हुए उनके सरंक्षण की आवश्यकता बताई गई। सांस्कृतिक और रचनात्मक पेशे से जुड़े युवाओं के लिए अच्छी नौकरियों और आय के स्रोत में बढ़ोतरी की दिशा में कार्य करने पर सहमति बनी।
संस्कृति संवर्धन और संरक्षण के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी की दिशा में कदम बढ़ाने पर सहमति बनी है। सांस्कृतिक संपत्ति की लूटपाट और तस्करी से निपटने के लिए मजबूत और प्रभावी वैश्विक गठबंधन का भी आह्वान किया गया। बैठक में मंत्री समूह ने वाराणसी घोषणा पत्र को अगले साल ब्राजील में होने जा रहे शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत करने की बात कही गई।
सुर-संगीत से 'दुनिया को एकता और एक परिवार' का संदेश
जी-20 संस्कृति कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) की बैठक के अंतिम दिन शनिवार को संस्कृति मंत्रियों की बैठक संपन्न्न होने के बाद अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम सुर वसुधा जी-20 आर्केस्ट्रा का आयोजन हुआ। जी-20 देशों के कलाकारों ने काशी की धरती से सुर-ताल की खूबसूरत युगलबंदी कर 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना का संदेश पूरे विश्व को दिया। वसुधैव कुटुम्बकम् पर विदेशी कलाकारों की प्रस्तुति कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण रही।बड़ा लालपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। उन्होंने जी-20 आर्केस्ट्रा क्वीन बेटन जी-20 की अगली बैठक की अध्यक्षता करने जा रहे ब्राजील के संस्कृति मंत्री को सौंपा। सुरवसुधा आर्केस्ट्रा में जी-20 देशों के साथ आठ आमंत्रित देशों (बांग्लादेश, मारीशस, नीदरलैंड, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, नाइजीरिया, यूएई) के कलाकार भी शामिल हुए।
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