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UP News: वाराणसी में लुटेरों का सरगना दारोगा दो साथियों संग गिरफ्तार, CCTV से खुला राज

उत्‍तर-प्रदेश के वाराणसी में सर्राफा कारोबारी के कर्मचारियों से लूट कांड मामले का खुलासा हो गया है। यहां पुलिस को जांच के दौरान चौंकाने वाला सबूत हाथ लग गया। उन्‍हें एक सीसीटीवी बरामद हुआ जिसमें कुछ ऐसा दिखा कि दारोगा ही सरगना निकला। वारदात के बाद उसने जान बूझकर जांच में देरी की इससे उनकी हरकत शक के घेरे में आ गई थी। पूछताछ में उसने कबूल भी कर लिया।

By Rakesh Srivastava Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 25 Jul 2024 07:55 AM (IST)
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सर्राफा कारोबारी के कर्मचारियों से 42 लाख लूट मामले में नदेसर चौकी प्रभारी सूर्य प्रकाश पांडेय समेत तीन गिरफ्तार। जागरण

जागरण संवाददाता, वाराणसी। सर्राफा कारोबारी के कर्मचारियों से 42 लाख 50 हजार रुपये लूटने में नदेसर पुलिस चौकी प्रभारी रहा सूर्य प्रकाश पांडेय लुटेरों का सरगना निकला। पुलिस ने उसे दो साथियों संग गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों के पास से आठ लाख पांच हजार रुपये, दो पिस्टल, दो कारतूस बरामद हुए हैं।

नीचीबाग निवासी सर्राफा कारोबारी जयपाल के दो कर्मियों अविनाश गुप्ता और धनंजय यादव से कोलकाता जाने के दौरान 22 जून को रामनगर में रुपये लूटे गए थे। वारदात में केस विलंब से दर्ज करने से बदमाशों को रुपये छिपाने का वक्त मिल गया, जिसके लिए रामनगर थाना प्रभारी की भूमिका जांची जाएगी।

पुलिस को चोलापुर के योगेश पाठक और बड़ागांव के नीलेश यादव और मुकेश दुबे की तलाश है। सूर्य प्रकाश पांडेय शुक्ला मार्केट सलोरी थाना कर्नलगंज प्रयागराज का रहने वाला है। मूल निवास स्थान बलिया का पांडेयपुर है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने एसओजी और पुलिस टीम को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

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सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस रिपोर्ट और क्रेटा कार से मिला क्लू

डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल ने बताया कि पुलिस की वर्दी में लूट हमारे लिए चुनौती थी। रामनगर में 13 जुलाई को केस दर्ज हुआ तो एसओजी को लगाया गया। सर्राफा कारोबारी ने बताया था कि चंदौली क्राइम ब्रांच बताकर लूट करने वाले काली क्रेटा कार से आए थे।

निगाहें दौड़ाईं गईं तो पता चला कि क्रेटा कार से चलने वालों में सूर्य प्रकाश का भी नाम सामने आया। सर्विलांस जांच में सूर्य प्रकाश के मोबाइल का लोकेशन रामनगर में मिला। सीसीटीवी कैमरे में भी गतिविधियां संदिग्ध दिखीं, तो पुलिस समझ गई कि दारोगा ही गिरोह का कर्ताधर्ता है।

चोलापुर के आयर बाजार निवासी विकास मिश्रा, अहिरौली आयर बाजार के अजय गुप्ता (हत्यारोपित) की पहचान गिरोह के सदस्यों के रूप में हुई। पुख्ता सुबूत हाथ लगा तो एसओजी और रामनगर पुलिस ने 24 जुलाई को रामनगर बंदरगाह जाने वाले मार्ग से दारोगा सूर्य प्रकाश समेत तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

विकास मिश्रा के पास से पांच लाख 70 हजार, एक पिस्टल व कारतूस, अजय गुप्ता से दो लाख, बाइक और सूर्यप्रकाश से 35 हजार, एक पिस्टल और कारतूस बरामद हुआ। बरामद टीवीएस रायडर बाइक अजय के मां के नाम रजिस्टर्ड है। निलेश और मुकेश की दारोगा से दोस्ती वर्ष 2019 में अंडर ट्रेनिंग पोस्टिंग के दौरान हुई थी। आरोपितों से मोबाइल छीन लिए गए थे, जिससे डायल 112 पुलिस को न बुला सकें।

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बस में पिस्टल संग एक साथी को बैठा दिया, जिससे विरोध न होने पाए

22 जून की रात हुई लूट की रणनीति 18 जून को कैंटोमेंट स्थित होटल में विकास, नीलेश और सूर्य प्रकाश ने बनायी थी। विकास मिश्रा ठठेरी बाजार में सोने-चांदी के कारोबारियों संग रहता है। उसे पता था कि जयपाल कर्मचारियों से 93 लाख रुपये कोलकाता भेज रहा है।

रुपये हवाला के हैं, इसलिए बगैर शोर शराब के लाखों रुपये जेब में आएंगे। 22 जून की रात बस में लुटेरा गिरोह का अजय गुप्ता भी पिस्टल लेकर बैठ गया। सूर्य प्रकाश (दारोगा) क्रेटा कार से निलेश यादव और विकास मिश्रा के साथ टेंगरा मोड़ पर बस रोककर यात्रियों की चेकिंग की जिसमें अजय के बैग से पिस्टल मिली और अविनाश गुप्ता और धनंजय यादव के बैग में रुपये मिले तो तीनों को बस से उतार लिए, लेकिन साथ में अविनाश और अजय को ही ले गए। यात्री आपरेशन को पुलिस की समझ चुप रहे।

पुलिस टीम में एसओजी प्रभारी मनीष मिश्र, दारोगा गौरव सिंह, हेड कांस्टेबल ब्रम्हदेव सिंह, प्रमोद सिंह, कांस्टेबल आलोक मौर्या, पवन तिवारी, अंकित मिश्र और रामनगर थाना प्रभारी जगदीश कुशवाहा, दारोगा कौशलेंद्र बहादुर सिंह, अनिल राजपूत, नितेश कुमार शर्मा, हेड कांस्टेबल महेन्द्र पाल, कांस्टेबल गौरव भारती, रविशंकर, शक्ति रमणपाल थे।

दारोगा और विकास पर पिस्टल रखने का केस

सूर्य प्रकाश पांडेय और विकास मिश्रा के खिलाफ पुलिस ने पिस्टल रखने का मुकदमा दर्ज किया है। जांच की जा रही कि दोनों के पास पिस्टल कहां से आई।

भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस पर कार्रवाई बदस्तूर : मोहित

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस आगे भी रहेगा। विभाग में ऐसे चरित्र वाले कर्मियों पर नजर रखी जा रही है। कहा कि रिपोर्ट आते ही दारोगा को निलंबित किया जाएगा, उसके बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अपील की कि अगर किसी के साथ आरोपितों ने पहले कोई घटना की है तो शिकायत दर्ज कराएं, कार्रवाई होगी। बताया कि आरोपितों ने पहले भी ऐसी घटना की बात कुबूली है।