Flood In Varanasi : वाराणसी में गंगा का जलस्तर खतरा बिंदु के करीब, गलियों में चलने लगी नाव
flood in Ganga in Varanasi वाराणसी में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु पार करने के बाद अब खतरा बिंदु के करीब जा पहुंचा है। गंगा का जलस्तर बरसात के बीच बढ़ने की वजह से तटवर्ती इलाकों में पलायन में भी दुश्वारी आ रही है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। Ganga And Varuna river Flood In Varanasi City : बनारस में गंगा का रुख जहां तल्खी की ओर है वहीं शहर में प्रवेश कर रहा गंगा का पानी लगातार आम जनता की जान को सांसत में डाले हुए है। बाढ़ का पानी लोगों की जिंदगी को जहां प्रभावित कर रहा है वहीं बारिश की वजह से तटवर्ती इलाकों में पलायन की भी दुश्वारी बढ़ गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही आने वाले कुछ घंटों में गंगा का जलस्तर खतरा बिंदु को भी पार कर जाएगा। क्योंकि, चंबल का ही पानी नहीं बल्कि पहाड़ों पर बीते दिनों हुई जोरदार बरसात के बाद भारी वेग का रुख भी मैदानी इलाकों की ओर हो चला है।
शुक्रवार की सुबह आठ बजे केंद्रीय जल आयोग की ओर से राजघाट पर लिए गए रिपोर्ट के अनुसार सुबह तीन सेंट्रीमीटर गंगा का जलस्तर बढ़ाव पर है। गंगा इस समय चेतावनी स्तर 70.262 मीटर को पार कर 70.86 मीटर पर जा पहुंचा है। जबकि जिले में खतरा बिंदु 71.262 मीटर है जो कि सुबह के स्तर से 40 सेंटीमीटर दूर है। अगर तीन सेंटीमीटर का बढ़ाव का स्तर जारी रहा तो आधी रात के बाद अब गंगा का जलस्तर खतरा बिंदु को पार कर जाएगा।
गुरुवार की दोपहर एक बजे तक गंगा ने चेतावनी बिंदु 70.26 को भी पार कर लिया और पांच सेंटीमीटर प्रतिघंटे की गति से गुरुवार को हो रहा बढ़ाव लगातार शुक्रवार की सुबह तक जारी रहा। सुबह से शुरू हुई बरसात ने कोढ़ में खाज का काम किया है। जिनके निचले तलों पर पानी भर गया वह छतों पर आसरा लिए हुए थे लेकिन बारिश की वजह से लोग अपने ही घरों में फंसकर रह गए। ज्ञानप्रवाह की ओर लगातार बाढ़ का पानी कालोनियों की ओर रुख कर रहा है तो पुराने अस्सी घाट की ओर से सड़क पर पानी आ चुका है और गलियों में नौका से ही आवाजाही हो पा रही है। वहीं दुकानदार अपनी दुकानों को ईंट और सीमेंट से जामकर बारिश का पानी रोकने की जुगत में लगे हुए हैं। जबकि यहां के मुख्य मार्ग पर नाव चलने लगी है।