Exclusive: गंगधार से कारोबार काे रफ्तार, जलमार्ग से भेजेगा सामान; एमओयू और ट्रायल सफल
वर्ष 2018 से रामनगर मल्टीमाडल टर्मिनल का क्रियान्वयन शुरू हुआ है तब से अब तक 281.8 मीट्रिक टन माल आया और गया है। बीते वर्ष में पेप्सिको कंपनी का माल लेकर रवींद्रनाथ टैगोर जहाज कोलकाता से आया था फिर फरवरी-2019 में डाबर कंपनी का माल लेकर जहाज यहां पहुंचा। अयोध्या और काशी में इलेक्ट्रिक कैटामरान को हैंडओवर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
संग्राम सिंह, वाराणसी। गंगा के रास्ते पूर्वांचल और कई प्रदेशों के कारोबार को रफ्तार मिलेगी। आइटीसी (इंडियन टोबैको कंपनी), अमेजन सेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (ई-कामर्स कार्गो), एफसीआइ (फूड कारपारेशन आफ इंडिया) और इफको (इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड) ने जलमार्ग से अपने सामान भेजने की सहमति जताई है।
अमेजन ने पटना तक पहली खेप भेजी है। ट्रायल रन की सफलता के बाद कंपनी अब लंबी दूरी तक सामान पहुंचाने की डिमांड करने वाली है। आइटीसी ने कोलकाता से आठ कंटेनर रोजमर्रा के सामान भेजा है। रवींद्रनाथ टैगोर जहाज ने सोमवार को फरक्का पश्चिम बंगाल तक दूरी तय कर ली है। 23 मार्च की रात वह पटना मल्टीमाडल टर्मिनल पर पहुंचेगा, यहां चार कंटेनर उतारे जाएंगे।
बिहार के बाद मालवाहक जहाज बनारस टर्मिनल के लिए प्रस्थान करेगा, अप्रैल के प्रथम सप्ताह में चार कंटेनर रामनगर टर्मिनल पर उतारे जाएंगे। इफको यहां से खाद कोलकाता भेजने की तैयारी मेें है। कितना खाद भेजा जाएगा, इस पर अभी निर्णय नहीं हो सका है।
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आइडब्ल्यूएआइ का कहना है कि गंगा के जलस्तर पर काफी कुछ निर्भर होगा। अगर मानक के अनुरूप पानी होगा तो 300 टन तक माल अपलोड होगा। इस बिंदु पर भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण और आइसीएसएल (इनलैंड एंड कोस्टल शिपिंग लिमिटेड) के शीर्ष अधिकारी अध्ययन में जुटे हैं।
आइटीसी की प्रोफाइल
आइटीसी के पोर्टफोलियो में होटल व एफएमसीजी उत्पाद हैं। मसलन, पेपर बोर्ड व पैकेजिंग, विशेष कागजात, कृषि व्यवसाय व सूचना प्रौद्योगिकी के अलावा सिगरेट, तंबाकू, खाद्य पदार्थ, व्यक्तिगत देखभाल, स्टेशनरी सामान, सुरक्षा माचिस व अगरबत्ती आदि शामिल हैं।
टर्मिनल पर अब तक सिर्फ 281.8 मीट्रिक टन माल की आवाजाही
वर्ष 2018 से रामनगर मल्टीमाडल टर्मिनल का क्रियान्वयन शुरू हुआ है, तब से अब तक 281.8 मीट्रिक टन माल आया और गया है। बीते वर्ष में पेप्सिको कंपनी का माल लेकर रवींद्रनाथ टैगोर जहाज कोलकाता से आया था, फिर फरवरी-2019 में डाबर कंपनी का माल लेकर जहाज यहां पहुंचा।
अयोध्या व काशी में कैटामरान पर्यटन विभाग को हैंडओवर
अयोध्या और काशी में इलेक्ट्रिक कैटामरान को हैंडओवर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। आइडब्ल्यूएआइ ने पर्यटन विभाग को ई-बोट सौंप दी है। अब यही विभाग पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर बोट का संचालन करेगा, इसके लिए टेंडरिंग प्रक्रिया का सहारा लिया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कैटामरान का शुभारंभ किया था।
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नोएडा भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण निदेशक एके बंसल ने कहा किगंगा से जल परिवहन को गति देने के लिए सामानों की आवाजाही तेज होगी। भविष्य में काेलकाता से बनारस के मध्य व्यवसाय बढ़ाने की मंशा से कई नए कार्य होंगे।