Mukhtar Ansari Died: इंटर स्टेट गैंग 191 का सरगना था मुख्तार अंसारी, कृष्णानंद राय हत्याकांड के बाद कसा शिकंजा;18 साल जेल में गुजरे
Mukhtar Ansari jail history Mukhtar Ansari Death News In Hindi 18 सालों से जेल में बंद था इंटर स्टेट गैंग 191 का सरगना मुख्तार अंसारी। 14 अक्टूबर 1997 को गाजीपुर में रजिस्टर्ड हुआ था गिरोह। मुख्तार व उसके सहयोगियों की भी संपत्ति जब्त व ध्वस्त की गई। मुख्तार अंसारी पर आगरा में भी केस चल रहा था। उसके खिलाफ गवाहों की गवाही पूरी हो चुकी थी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। Mukhtar Ansari leaderइंटर स्टेट गैंग 191 का सरगना मुख्तार अंसारी 25 अक्टूबर, 2005 से जेल में निरुद्ध था। पुलिस उसके गिरोह के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। उसके सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उनकी संपत्ति को भी ध्वस्त व जब्त किया गया।
मुख्तार का गिरोह 14 अक्टूबर 1997 को गाजीपुर में रजिस्टर्ड हुआ था। 29 नवंबर 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड के बाद पुलिस ने इस पर शिकंजा कसना शुरू किया।
पुलिस ने आय के श्रोत किए थे बंद
पुलिस ने मुख्तार अंसारी गिरोह व उसके सहयोगियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए उनके आय के श्रोत को भी बंद किया। गिरोह के 292 सहयोगियों को चिह्नित किया और इनके खिलाफ विभिन्न थाना क्षेत्रों में 160 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं।ये भी पढ़ेंः Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी की इलाज के दौरान मौत, तबीयत खराब होने पर जेल से लाया गया था मेडिकल कॉलेज
शस्त्रों के लाइसेंस निरस्त किए
गिरोह के पास मौजूद शस्त्रों की जांच की गई। इनमें से 175 शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिया गया। गिरोह के 164 सदस्यों के विरुद्ध गैंगस्टर व छह के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस ने गिरोह से जुड़े बदमाशों जिनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज किए गए थे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की। गिरोह से जुड़े पांच बदमाशों को अलग-अलग स्थानों पर हुई मुठभेड़ में मार गिराया।ये भी पढ़ेंः Mukhtar Ansari Death; ऐसा था साम्राज्य, 32 साल बाद हुई थी पहली सजा, वाराणसी की अदालत ने आजीवन कारावास की सुनाई सजा
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