Gyanvapi Case : सुबह सात बजे से ज्ञानवापी परिसर में एएसआई करेगा सर्वे; कमिश्नर ने बुलाई पुलिस फोर्स
सुबह सात बजे के पूर्व ही एएसआई टीम के सदस्य अपने उपकरणों के साथ ज्ञानवापी परिसर में सुरक्षा बलों की मौजूदगी में सर्वे के लिए पहुंचकर अदालत के निर्देश के अनुसार सर्वे शुरू कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहेंगे। यदि मुस्लिम पक्ष की ओर से सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट में कोई आदेश जारी होता है उसे मौके पर लागू कराया जाएगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। जिला जज के आदेश पर ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) सर्वे सोमवार से शुरू होगा। इसके लिए एएसआइ के विशेषज्ञों की टीम विशेष उपकरणों के साथ रविवार को बनारस पहुंची।
कमिश्नर कौशल राज शर्मा व पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन व जिलाधिकारी एस राजलिंगम के साथ पुलिस कमिश्नर के कैंप कार्यालय पर बैठक की। बैठक में मंदिर व मस्जिद पक्ष के वकील और वादी भी शामिल थे।
सुबह 7 बजे से शुरू होगा सर्वे
कमिश्नर के अनुसार सर्वे के लिए पांच सदस्यों की टीम रविवार को पहुंची है। दस सदस्य सोमवार को पहुंचेंगे। सर्वे सुबह सात बजे से शुरू होगा। एएसआइ की टीम के साथ ही मंदिर पक्ष की चार वादी महिलाएं, उनके साथ चार वकील और मुस्लिम पक्ष के साथ उनके वकील रहेंगे। ज्ञानवापी परिसर में कौन-कौन जाएगा, इसकी सूची तय की गई। यह पूछ जाने पर कि अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के वकीलों ने जिला जज के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है और सोमवार को सुनवाई भी होनी है, कमिश्नर ने कहा कि शीर्ष अदालत जो भी फैसला देगी, उसका पालन किया जाएगा।
सर्वे की कार्यवाही की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला अदालत के फैसले के बाद दो दिनों तक एएसआइ ने सर्वे को लेकर अपनी तैयारियां कीं और अब वे तैयारी के साथ यहां आ चुके हैं।
वुजूखाने को छोड़कर पूरे परिसर का होगा सर्वे
- जिला जज डा. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने बीते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश से सील किए गए वुजूखाने के क्षेत्र को छोड़कर पूरे ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराने का आदेश दिया था। एएसआइ निदेशक को सर्वे की रिपोर्ट चार अगस्त को अदालत में पेश करने का आदेश भी दिया था। उसी दिन मामले में सुनवाई भी होगी।
- जिला जज ने अपने आदेश में कहा था कि एएसआइ वैज्ञानिक विधि से जांच, सर्वेक्षण और उत्खनन कर पता लगाए कि क्या ज्ञानवापी परिसर में मौजूद इमारत पहले से मौजूद हिंदू मंदिर के ढांचे पर बनी है।
ज्ञानवापी परिसर में जो भी निर्माण व साक्ष्य हैं, उनकी जांच की जरूरत बताते हुए वहां खंभों, पश्चिमी दीवार, चबूतरा, तहखाना, गुंबद समेत सभी जगहों की जीपीआर (ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार) या अन्य वैज्ञानिक विधि से जांच, सर्वेक्षण या उत्खनन के जरिए साक्ष्य संकलन का आदेश दिया था। सर्वे के दौरान साक्ष्यों को किसी तरह का नुकसान न हो, इसका विशेष ध्यान रखने की बात भी कही थी।
#WATCH | UP: "We got the information from ASI (Archaeological Survey of India) that the survey will begin tomorrow...we have not been told about the timings yet...we are doing all the necessary preparations in terms of security": S Rajalingam, DM Varanasi on Gyanvapi case (23/07) pic.twitter.com/y1RxNeoNBe
बुलाया गया अतिरिक्त सुरक्षा बल
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सर्वे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चौक-चौबंद रहेगी। इसके लिए अतिरिक् सुरक्षा बल को बुलाया गया है। उनकी तैनाती ज्ञानवापी परिसर और आसपास की गई है। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में चक्रमण करने का निर्देश दिया गया है। रात 12 बजे से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चार नंबर द्वार पर फोर्स तैनात कर दी गई। रात दो बजे से आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।
श्रद्धालुओं को नहीं होगी परेशानी
जिलाधिकारी का कहना है कि अदालत के आदेश का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। सर्वे टीम अपनी पूरी तैयारी के साथ आई है। उसे हर तरह का सहयोग प्रदान किया जाएगा। इस दौरान विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसका भी ध्यान रखा जाएगा।
मस्जिद पक्ष ने की सर्वे रोकने की मांग
अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के संयुक्त सचिव सैयद मुहम्मद यासीन ने बताया कि बैठक में उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र सौंपा। इसमें लिखा था कि मुकदमा सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। जिला जज के एएसआइ सर्वे के आदेश के खिलाफ अवमानना का प्रार्थना पत्र भी दाखिल किया गया है।
सोमवार को इस पर सुनवाई होनी है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही कोई कार्यवाही की जाए। अधिकारियों ने कहा कि एएसआइ सर्वे के आदेश पर किसी ऊपरी अदालत का स्टे नहीं है। इसलिए जिला अदालत के आदेश का पालन करना होगा।