Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मामले में पुनरीक्षण याचिका पर 25 को होगी सुनवाई, कृत्तिवासेश्वर मंदिर कमेटी को बनाया गया प्रतिवादी
ज्ञानवापी मामले में पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई 25 सितंबर को होगी। वाराणसी के लोहता निवासी मुख्तार अहमद अंसारी समेत चार लोगों की ओर से दाखिल मुकदमे में सिविल जज (सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक) की अदालत ने लखनऊ की रंजना अग्निहोत्री वाराणसी के पवन समेत छह लोगों को पक्षकार बनाने का आदेश दिया है। इस आदेश के खिलाफ वादी पक्ष ने पुनरीक्षण याचिका दाखिल की है।
विधि संवाददाता, जागरण वाराणसी। ज्ञानवापी मामले में लंबित पुनरीक्षण याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत में लंबित अन्य मुकदमो की सुनवाई करने में व्यस्तता के कारण पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई के लिए अपर जिला जज (सप्तम) अवधेश कुमार ने 25 सितंबर की तारीख दी है।
वाराणसी के लोहता निवासी मुख्तार अहमद अंसारी समेत चार लोगों की ओर से दाखिल मुकदमे में सिविल जज (सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक) की अदालत ने लखनऊ की रंजना अग्निहोत्री, वाराणसी के पवन समेत छह लोगों को पक्षकार बनाने का आदेश दिया है।
इस आदेश के खिलाफ वादी पक्ष ने पुनरीक्षण याचिका दाखिल की है। वहीं, हरतीरथ स्थित कृत्तिवासेश्वर मंदिर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग के वाद की सुनवाई पांच अक्टूबर को होगी। सिविल जज जूनियर डिविजन (शहर) शुभी अग्रवाल की अदालत में लंबित वाद में विपक्षियों की ओर से लिखित जवाब दाखिल नहीं करने से अदालत ने सुनवाई के लिए अगली तारीख दी है।
इसे भी पढ़ें-गोंडा रेल हादसे से पहले लाइन में तकनीकी गड़बड़ी बताने वाला कीमैन बर्खास्त, रेल आवास वापस करने का निर्देश
भगवान कृत्तिवासेश्वर विराजमान की ओर से संतोष सिंह व विकास शाह की ओर से दाखिल वाद में कृत्तिवासेश्वर मंदिर परिसर का पूरा मालिकाना हक भगवान कृत्तिवासेश्वर को देने की मांग की है। साथ ही वहां मंदिर निर्माण, पूजा-पाठ करने, इसमें किसी तरह का अवरोध उत्पन्न करने वालों को रोकने और सुरक्षा व्यवस्था की मांग की गई है।
इसे भी पढ़ें-स्कूल कैंपस में तेंदुआ देख मचा हड़कंप, शिक्षक और कर्मचारियों ने 'क्लास' में छुपकर बचाई जान
वाद में उप्र सरकार, पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी, मंदिर परिसर में कब्जा जमाए तीन लोगों व कृत्तिवासेश्वर मंदिर कमेटी को प्रतिवादी बनाया गया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।