Manimanjari Rai की मौत मामले में परिजन डीजीपी व प्रमुख सचिव से मिले, पुलिस की भूमिका पर सवाल
बलिया के मनियर की ईओ मणि मंजरी राय के परिजनों ने सोमवार को लखनऊ मेंं डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी व प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी से मुलाकात कर न्याय की मांग की।
बलिया, जेएनएन। नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय के परिजनों ने सोमवार को लखनऊ मेंं डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी व प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी से मुलाकात कर न्याय की मांग की। आरोपितों को बचाने का आरोप जिला पुलिस पर लगाया। परिजनों ने कहा कि घटना के दो माह बाद भी पुलिस अभी तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इसलिए इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। इस पर अधिकारियों ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया।
6 जुलाई की रात नगर पंचायत मनियर की ईओ मणिमंजरी राय श्हर के आवास विकास स्थित अपने आवास में पंखे के हुक से लटकती मिली थीं। इस मामले में सदर कोतवाली पुलिस ने नगर पंचायत के अध्यक्ष भीम गुप्ता, कंप्यूटर आपरेटर अखिलेश व लिपिक विनोद सिंह समेत अन्य पर मुकदमा कायम कराया था। परिजनों ने मणिमंजरी की हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाया था।
पुलिस इस मामले में अभी तक चालक चंदन को गिरफ्तार किया है। घटना के इतने दिनों बाद भी आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है। निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर मणि मंजरी के भाई कौशलेश राय, विजयानंद राय व चाचा अमित राय ने डीजीपी व प्रमुख सचिव से मुलाकात की। मुख्य आरोपितों को बलिया पुलिस पर बचाने का आरोप लगाया।
परिजनों ने डीजीपी को पत्र देकर कहा कि घटना के इतने दिन बाद भी पुलिस जांच के नाम पर टाल मटोल कर रही है। मुख्य आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं और जांच को प्रभावित कर रहे हैं। वह अंतरिम जमानत लेने का बार-बार प्रयास कर रहे हैं और पुलिस मूक दर्शक बनी हुई हैं। भाई कौशलेश राय ने डीजीपी से बहन की मौत के मामले में शामिल आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की गुहार लगाई। कहा कि आज आपराधिक मानसिकता के लोगों के कारण ईमानदार अधिकारी कार्य नहीं कर पा रहे हैं।