Azamgarh MLC Election Result 2022 : आजमगढ़ में निर्दल प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू की आसान जीत
Azamgarh MLC Election 2022 आजमगढ़ जिले में इस बार कुल पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे तो पूर्व एमएलसी को पार्टी से भाजपा ने आखिरी समय में निलंबित भी कर दिया था। आखिरकार निर्दल उम्मीदवार के तौर पर विक्रांत सिंह ने जीत हासिल कर ली।
By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Tue, 12 Apr 2022 01:24 PM (IST)
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। आजमगढ़-मऊ क्षेत्र के एमएलसी चुनाव में इस बार भारी उठापटक देखने को मिला था। भाजपा प्रत्याशी अरुणकांत यादव को 2814 मतों से आखिरकार विक्रांत सिंह रिशू ने करारी शिकस्त दी। समाजवादी पार्टी प्रत्याशी राकेश कुमार यादव गुड्डू की जमानत तक जप्त हो गई। इस प्रकार गढ़ में सपा का तिलिस्म टूट गया। जबकि विधानसभा चुनाव में दसों सीटों की जीत एमएलसी चुनाव में धूमिल हो गई। वहीं भाजपा से बगावत के बाद भी निर्दल उम्मीदवार के तौर पर रिशू ने जीत हासिल कर ली।
आजमगढ़-मऊ स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य (एमएलसी चुनाव-2022) के चुनाव में भाजपा के बागी और एमएमलसी यशवंत सिंह के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी अरुणकांत यादव को 2814 मताें से हराकर एकतरफा जीत हासिल की है। विक्रांत सिंह रिशू को कुल 4076 मत प्राप्त हुए। वहीं, भाजपा प्रत्याशी अरुणकांत यादव को 1262 मत पाकर संताेष करना पड़ा। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी पूर्व एमएलसी राकेश कुमार यादव गुड्डू को मात्र 356 मत प्राप्त हुए।
सपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई। इसी के साथ विधानसभा चुनाव मेें जिले की सभी 10 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करने वाली समाजवादी पार्टी का गढ़ का तिलिस्म टूट गया। इसी के साथ विधानसभा चुनाव में एकतरफा जीत की खुशी धूमिल हो गई। साथ एमएलसी चुनाव में सारे कयासों पर विराम लग गया। बेटे की जीत के साथ एमएलसी यशवंत सिंह ने अपनी उपयोगिता साबित कर दी।
जीत से गदगद विक्रांत सिंह रिशू ने कहा कि चुनाव में आजमगढ़ और मऊ दोनों जिलों के जनप्रतिनिधियों का प्यार और आशीर्वाद मिला है। जबकि, भाजपा प्रत्याशी अरुणकांत यादव ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व की चुनाव में सहयोग की सराहना की लेकिन स्थानीय नेताओं पर असहयोग का आरोप लगाया। आरोप लगाया, बड़े पैमाने पर वोटों की खरीद-फरोख्त हुई है। परिणाम आने से पहले मतगणना स्थल से बाहर आने पर मीडिया से कहा था कि जीतेंगे तो कमजोर वर्ग की सेवा करेंगे और हारेंगे तो राजनीति से दूर हो जाऊंगा।
विक्रांत सिंह रिशू : आजमगढ़-मऊ स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से नवनिर्वाचित(निर्दलीय) विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) विक्रांत सिंह रिशू एमएलसी यशंवत सिंह के पुत्र हैं। मूलरूप से मऊ जिले के हल्देमऊ सरौना निवासी विक्रांत सिंह रिशू स्नातक के बाद इंजीनियरिंग के लिए दाखिला लिए थे लेकिन राजनीति के चर्चित नाम पिता यशंवत सिंह के पदचिन्होें पर चलने की ललक उन्हें राजनीति की तरफ खींच लाई। शुरुआत में अपने गांव हल्देमऊ सरौना से 2017 के ग्राम पंचायत के चुनाव में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने का मन बनाया था लेकिन ऊंची सोच यानी मऊ से जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की इच्छा से मऊ जिले के सुल्तानीपुर सीट से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़े और जीत भी गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी रहे पिता यशंवत सिंह के बल पर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट की दावेदारी की लेकिन मायूसी हाथ लगी। उसके बाद इस विधान परिषद के चुनाव में एक बार पुन: भाजपा से टिकट मांगा लेकिन पार्टी ने फूलपुर-पवई विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अरुणकांत यादव काे टिकट दे दिया। इसके बाद बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया और मंगलवार को जब नजीता आया तो भाजपा प्रत्याशी को ही 2814 मताें के अंतर से हराकर जीत दर्ज करते हुए इतिहास रचा।
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