एक्शन में आए IPS मोहित अग्रवाल, 20 पुलिसकर्मियों का किया तबादला; कार्रवाई से महकमे में मचा हड़कंप
वाराणसी में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बड़ा कदम उठाया है। रोडवेज चौकी के 20 सिपाहियों को लापरवाही बरतने के कारण हटा दिया गया है। अब इन सिपाहियों को सिगरा थाने के लल्लापुरा सोनिया नगर निगम और काशी विद्यापीठ पुलिस चौकी से संबद्ध किया गया है। साथ ही डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने में लापरवाही बरतने वाले रोडवेज चौकी के सभी 20 सिपाहियों को वहां से हटा दिया गया है। इससे महकमे में हड़कंप मच गया। कैंट क्षेत्र में सुगम यातायात को लेकर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल गंभीर हैं। इस पर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।
उन्होंने सिपाहियों को सिगरा थाने के लल्लापुरा, सोनिया, नगर निगम और काशी विद्यापीठ पुलिस चौकी से संबद्ध कर दिया है। उनकी जगह दूसरे सिपाहियों को तैनात किया गया है। उन्हें सख्त निर्देश दिया गया कि कैंट पर किसी भी सूरत में जाम नहीं लगना चाहिए। साथ ही डग्गामारी पर लगाम लगनी चाहिए।
निशाने पर रहे अवैध रूप से संचालित स्टैंड
पिछले दिनों शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए पुलिस ने अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। इसमें अवैध रूप से संचालित वाहन स्टैंड निशाने पर रहे। रोडवेज क्षेत्र में संचालित बस और कार के अवैध स्टैंडों पर भी कार्रवाई हुई। कुछ ही दिनों बाद ही डग्गामार वाहन स्टैंड फिर से संचालित होने लगे। इससे यातायात व्यवस्था बेपटरी होने लगी। ऐसे में सिपाहियों को हटा दिया गया।डग्गामार वाहनों के खिलाफ चलाया अभियान
रोडवेज पुलिस चौकी प्रभारी रविकांत मलिक ने रविवार को डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया। कैंट स्टेशन के बाहर संचालित होने वाली एक निजी बस को सीज कर दिया। प्रयागराज जाने वाली दो कार को सीज और दो का चालान किया गया। रोक के बावजूद कैंट क्षेत्र में पहुंचने वाले दो ई-रिक्शा का भी चालान किया गया।
समस्या को लेकर संजीदा पुलिस कमिश्नर
कैंट पर जाम की समस्या को दैनिक जागरण प्रमुखता से उठाता रहा है। पुलिस कमिश्नर इसे गंभीरता से लेते हुए खुद जाम की वजह जानने का प्रयास कर चुके हैं। उन्होंने अधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर समस्या दूर करने का निर्देश दिया। ई-रिक्शा पर कैंट स्टेशन की ओर जाने पर रोक लगा दी गई। आटो के लिए लेन बनाई गई। रोडवेज बसों को भी परिसर में सवारी भरने का निर्देश दिया गया। इसके बाद भी सिपाहियों की लापरवाही भारी पड़ रही थी।इसे भी पढ़ें: 'नवरात्र है तो उर्स मनाने से मना नहीं कर सकते', इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रद्द किया सिटी मजिस्ट्रेट का आदेश
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