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भारत-जापान दोस्ती के प्रतीक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के लोकार्पण में जापान के राजदूत होंगे शामिल

Rudraksha Convention Center a symbol of Indo-Japan friendship in varanasi रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के लोकार्पण में जापान के राजदूत और दूतावास के अन्‍य अधिकारी भी शामिल होंगे। जापानी दल आज बुधवार दोपहर बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेगा और सड़क मार्ग से होटल गेट-वे में ठहरेंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Wed, 14 Jul 2021 05:03 PM (IST)
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रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के लोकार्पण में जापान के राजदूत और दूतावास के अन्‍य अधिकारी भी शामिल होंगे।
वाराणसी, जेएनएन। भारत और जापान दोस्ती के प्रतीक वाराणसी में बने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के लोकार्पण में जापान के राजदूत और दूतावास के अन्‍य अधिकारी भी शामिल होंगे। जापानी दल आज बुधवार दोपहर बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंच गया। सड़क मार्ग से होटल गेट-वे में पूरी टीम ठहरी है। इस दौरान तीन दिवसीय दौरे में भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्‍थली सारनाथ में दर्शन-पूजन और भ्रमण भी करना है।

भारत-जापान दोस्ती के प्रतीक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के लोकार्पण में जापान के राजदूत सुजीकी सातोषी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल बुधवार को बनारस पहुंच गया। उनके साथ जापान इंटरनेशनल कारपोरेशन एजेंसी (जायका) व रुद्राक्ष निर्माण से जुड़ी कंपनी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कल्सटेंट और फुजिता कारपोरेशन के अफसर भी शामिल रहे। तीन दिवसीय दौरे के दौरान दल बनारस भ्रमण भी कर रहा है। जापानी दल को सारनाथ में दर्शन- पूजन और भ्रमण करने का मौका भी मिला है। इसको लेकर जिला प्रशासन ने अपने स्तर से तैयारी कर रखी थी। जापानी दल बुधवार को दोपहर में बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा और यहां से सीधे नदेसर स्थित होटल गेट-वे रवाना हो गया।

जापानी दूतावास के मेहमान : सुजुकी सातोषी राजदूत जापान, चीकागे सुजुकी (पत्नी), कियोस काजुहीरो (काउंसर), ओदा आकारी (सचिव)।

जायका के आमंत्रित प्रतिनिधि : मात्सूमोतो कात्सुओ (मुख्य प्रतिनिधि), आकामिन केंगो (वरिष्ठ प्रतिनिधि), एमपी सिंह (मुख्य विकास परियोजना अधिकारी)

पीएमसी के सदस्य : आबे रेइको (अध्यक्ष), डा. जॉयदीप दास (अभियंता), मोहित सिंह (वरिष्ठ अभियंता)

कार्यदायी कंपनी : ओता मासाताका (जनरल मैनेजर), अरुण कुमार मिश्रा (मैनेजर), गणेश गोयल (सीनियर मैनेजर)

आरटीपीसीआर जांच जरूरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस प्रवास के दौरान रुद्राक्ष में होने वाले समारोह को लेकर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। बिना आरटीपीसीआर जांच के रुद्राक्ष में प्रवेश प्रतिबंधित होगा। इसके अलावा कोई भी प्लास्टिक का सामान, झोला आदि लेकर नहीं प्रवेश कर सकेंगे। तीन स्तरीय जांच घेरे से होकर गुजरना होगा। कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को सर्किट हाउस में जांच कैंप लगाया गया। इसके अलावा नगर निगम में भी जांच के लिए सैंपल लिया गया। कोरोना संक्रमण की जांच केवल रुद्राक्ष में प्रवेश के लिए ही है। इसकी वजह बंद हाल व उसमें लगी एसी को ध्यान में रखते हुए निर्देशित किया गया है।

बैठने में कोरोना प्रोटोकाल ध्यान : रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में पीएम मोदी के कार्यक्रम के दौरान बैठने की जो व्यवस्था हुई है उसमें कोरोना प्रोटोकाल का पूरा ख्याल रखा जाएगा। मंच पर भी पीएम मोदी से छह फीट की दूरी पर अन्य कुर्सियां लगेंगी। कुर्सियों के सामने सिंगल बेंच लगेगा। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने मंगलवार को निरीक्षण के दौरान यह बदलाव कराया। पहले बड़ा टेबल लगा था जिससे सभी मंचासीन अतिथियों के लिए कुर्सियां लगाई गई थीं।

नगर निगम की दीवार पर तीन होर्डिंग : जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि नगर निगम की दीवार पर 20 गुणे 20 के तीन होर्डिंग लगाई जाएगी। एक होर्डिंग पर रुद्राक्ष के बारे में पूरी जानकारी होगी तो दूसरे पर स्मार्ट सिटी की योजनाएं अंकित रहेंगी। तीसरी होर्डिंग पर स्वच्छ भारत मिशन से जुड़ी जानकारी होगी।

रुद्राक्ष का मॉडल करेंगे भेंट : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर जापान समेत अन्य देशों से आने वाले अतिथियों को रुद्राक्ष का माडल स्मृति चिह्न के तौर पर भेंट किया जाएगा। बनारसी जरदोजी कला से बने अंगवस्त्रम देकर उनका अभिनंदन किया जाएगा। इससे काशी के जीआइ पंजीकृत हस्तशिल्प में शुमार लकड़ी खिलौना क्राफ्ट और जरदोजी क्राफ्ट 15 जुलाई को नई ऊंचाइयों को छुएंगे। पद्मश्री सम्मानित डा. रजनीकांत के मार्गदर्शन में लकड़ी खिलौना के नेशनल मेरिट अवार्डी रामेश्वर सिंह और स्टेट अवार्डी राजकुमार के साथ कुशल शिल्पियों की टीम ने एक सप्ताह के प्रयास से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का माडल तैयार किया है। दूसरी तरफ लल्लापुरा निवासी मास्टर शिल्पी मुमताज अली ने जरदोजी और रुद्राक्ष का अद्भुत प्रयोग करते हुए अंगवस्त्रम बनाया है। जरी से ही उकेर कर रुद्राक्ष लिखा गया है। इन्हेंं तैयार करने में आठ दिन लगे हैं। डा. रजनीकांत ने बताया कि यह अंगवस्त्रम और रुद्राक्ष माडल प्रशासन को दिया जा चुका है।

रुद्राक्ष पौधे के लिए स्थान तय : रुद्राक्ष पौधे के लिए परिसर में स्थान तय कर दिया गया है। अंदर प्रवेश करते ही पीएम मोदी के हाथ से पौधा रोपा जाएगा। मंगलवार को एलोवेरा पौधे को हटाकर स्थान बनाया गया।

भव्य सजावट, नहीं हट रही नजरें : भव्य सजावट से रुद्राक्ष से नजरें नहीं हट रही हैं। अंदर व बाहर जापानी व भारतीय शैली में सजावट की गई है। बांस, घास, चीनी बर्तन, लालटेन आदि का इस्तेमाल कर जापानी शैली में सजावट की गई है। गेट पर भारत व जापान का झंडा लगाया गया है। अंदर आकर्षक लाइटिंग की गई है। रुद्राक्ष की बाहरी दीवार पर एक दर्जन से अधिक स्क्रीन लगी है जिस पर स्लोगन व काशी का विकास, बाबा दरबार सब दिखाई देगा।

भाजपा की तैयारी बैठक : कठ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 15 जुलाई को बीएचयू के आईटी ग्राउंड में आयोजित जनसभा के लिए मंगलवार को प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी सुनील ओझा ने संगठन के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी। सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में पदाधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने कहा कि जिस भी कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौंपी गई है, उस पर गंभीरता से चिंतन करते हुए कार्य को क्रियान्वित करें। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी कोविड के कारण 225 दिन के पश्चात काशी आ रहे हैं। हालांकि बीच-बीच में हम सभी काशी वासियों एवं कार्यकर्ताओं का वर्चुअल माध्यम से मार्गदर्शन करते रहे हैं। उन्होंंने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के काशी दौरे पर काशी के नागरिकों की सराहना का जिक्र करते हुए कहा कि जिस प्रकार से समस्त काशीवासी उस समय स्वच्छता और प्रचार-प्रसार किए थे, ठीक उसी प्रकार से इस बार भी स्वच्छता और प्रचार प्रसार करना चाहिए क्योंकि काशी का संदेश राष्ट्र ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व में जाता है। 

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