Move to Jagran APP

Kashi Tamil Sangamam : काशी से महाकवि सुब्रह्मण्य भारती ने एक भारत को किया साकार, बोले मंत्री एल मुरुगन

काशी-तमिल संगमम् के उद्घाटन समारोह में स्वागत करते हुए डा. मुरुगन ने कहा कि स्वतंत्रता और महिलाओं के लिए लडऩे वाले सुब्रह्मण्य भारती के लिए बीएचयू में पीठ होना बेहद सराहनीय है। काशी और रामेश्वरम के संबंध काफी पुराने हैं।

By Ashok SinghEdited By: Saurabh ChakravartyUpdated: Sat, 19 Nov 2022 10:52 PM (IST)
Hero Image
केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्य मंत्री डा. एल मुरुगन
जागरण संवाददाता, वाराणसी : केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्य मंत्री डा. एल मुरुगन ने कहा काशी की पावन भूमि से महाकवि भरतियार (सुब्रह्मण्य भारती) के एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार किया जा रहा है। काशी-तमिल संगमम् के उद्घाटन समारोह में स्वागत करते हुए डा. मुरुगन ने कहा कि स्वतंत्रता और महिलाओं के लिए लडऩे वाले सुब्रह्मण्य भारती के लिए बीएचयू में पीठ होना बेहद सराहनीय है। काशी और रामेश्वरम के संबंध काफी पुराने हैं। इन रिश्तों को बखूबी निभाया जा रहा है। आज तमिलनाडु की संस्कृति, परंपरा और विरासत उत्तर प्रदेश में दिख रही है।

एयरपोर्ट पर किया पीएम का स्वागत

लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट बाबतपुर में प्रधानमंत्री का स्वागत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर मृदुला जायसवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भुपेंद्र चौधरी, संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह, सांसद सुब्रत पाठक व बीपी सरोज, प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के विपिन सिंह आदि मौजूद रहे।

मंत्रियों व नेताओं में इनकी रही भागीदारी

काशी तमिल संगमम् में मंत्रियों व भाजपा नेता उपस्थित रहे। साथ ही व्यवस्था संभालने अपना योगदान दिया। उपस्थित रहने वालों में मंत्री अनिल राजभर, रवींद्र जायसवाल, डा. दयाशंकर मिश्र दयालु, विधायक डा. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव समेत सुनील ओझा, महेश चंद श्रीवास्तव, धर्मेंद्र सिंह, अशोक तिवारी, जेपी सिंह, नवरतन राठी, डा. जेएन सिंह रघुवंशी, विद्या सागर राय, जगदीश त्रिपाठी, संतोष सोलापुरकर, इं.अशोक यादव, प्रवीण सिंह गौतम आदि मौजूद रहे।

मोदी ने कहा काशी को अच्छे से घूमिए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडू से आए छात्रों के ग्रुप से मुलाकात की। पूछा, रास्ते में किसी प्रकार की समस्या तो नहीं हुई। आप लोग यहां आए हैं। काशी को अच्छे से घूमिए, देखिए और अच्छे से अध्ययन कर आगे बढि़ए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने छात्रों के दो और छात्राओं के एक ग्रुप बनाकर फोटो खिंचवाई।

प्रधानमंत्री ने सपने का साकार किया

तमिलनाडु से आए 216 छात्रों के समूह ने काशी आगमन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल का स्वागत किया। कहा कि उनके सपने को उन्होंने साकार किया।

प्रधानमंत्री ने निश्चित रूप से अनोखा प्रयोग किया है। इसे जानने के बाद से ही उत्साहित था। आज जब इसका उद्घाटन हुआ तो उसे देखकर इसकी सार्थकता समझ में आई।

-हरिहरा अलगप्पन, केरला।

हम भाग्यशाली हैं कि हमारा चयन हुआ। इसके लिए चेन्नई विश्वविद्यालय ने हमारा चयन किया। साथ ही 48 घंटे की रेल यात्रा और काशी में स्वागत अविश्वमरणीय है।

-संध्या, तंजावुर विश्वविद्यालय।

चयन के बाद से ही उत्साहित था। काशी आने का सपना था। इसे प्रधानमंत्री मोदी ने पूरा कर दिया। यह उत्तर और दक्षिण के बीच के पूर्वाग्रह को दूर करेगा।

-उत्कर्ष श्रीवास्तव, बीटेक छात्र।

इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार। इस तरह के आयोजन ज्ञानवर्धन व देश की एकता-अखंडता की दिशा में बहुत ही दूरगामी परिणाम लाएंगे।

-अरविंद, इंजीनियरिंग छात्र व आंशिक शिक्षक, चेन्नई।

संगमम् प्रधानमंत्री की उत्कृष्ट सोच का उदाहरण है। हम रामेश्ववरम की धरती से यहां काशी विश्वनाथ की धरती पर आए। पूरा आयोजन बहुत अच्छा लगा।

-शेदुरामन (मेडिकल छात्र-एमबीबीएस), तंजावुर, तमिलनाडु

काशी आकर बहुत ही खुश हूं। यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात हुई और साथ ही इलैयाराजा को सामने सुनने का मौका मिला। शब्दों में इसे नहीं कहा जा सकता। वणक्कम काशी।

-जगरनाथन, छात्र, तंजावुर विश्वविद्यालय।

20 नवंबर को पूरे दिन छात्र घूमेंगे काशी

काशी तमिल संगमम् में आए छात्र अपनी यात्रा के दिन रविवार को पूरे दिन काशी में घूमेंगे। सभी ई-बस से सुबह छह बजे हनुमानघाट स्थित सुब्रह्मण्य भारती के आवास, शंकराचार्य मंदिर जाएंगे। इसके बाद 10 बजे श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन, रामनगर किला और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लालबहादुर शास्त्री के आवास जाएंगे। दोपहर के भोजन के बाद वे ढाई बजे सारनाथ, पांच बजे रविदास घाट से नाव से गंगा आरती देखने जाएंगे। इस दौरान एम्फीथिएटर में प्रदर्शनी चलती रहेगी।

फोटो गैलरी व सेल्फी हाल में युवाओं की भीड़

एम्फी थिएटर में लगी दक्षिण भारत के मंदिरों की फोटो गैलरी और सेल्फी हाल में युवाओं की भारी भीड़ रही। मंदिर जहां तमिलनाडु की धरोहर की कहानी कह रहे थे वहीं सेल्फी हाल में बैजंतीमाला, हेमा मालिनी, तमिलनाडु के महापुरुषों की चमकती फोटो आकर्षण का केंद्र रही। कुछ लोग तमिल साहित्य के प्रति आकर्षित थे।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।