काशी विश्वनाथ कारिडोर : श्रमिक बोले- सपने में भी नहीं सोचा था, प्रधानमंत्री हम पर फूल बरसाएंगे, फोटो खिंचवाएंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वनाथ धाम निर्माण में लगे श्रमिकों के साथ भोजन भी किया। उनके साथ योगी आदित्यनाथ भी कुर्सी पर बैठे। अगल-बगल कुर्सी पर बैठकर खाने वालों में त्रिलोचन महादेव जौनपुर के अमर चिरईगांव के धर्मराज मकरा जौनपुर के राजकुमार गद्दीपुर के नीरज व पंकज थे।
By Milan KumarEdited By: Updated: Mon, 13 Dec 2021 06:08 PM (IST)
वाराणसी (शैलेश अस्थाना)। ‘सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन देश के प्रधानमंत्री हम पर फूल बरसाएंगे और हमारे साथ फोटो खिंचवाएंगे। यही नहीं, मजदूरों के साथ बैठकर खाना भी खाएंगे। ऐसा लग रहा है जैसे अभी किसी खूबसूरत सपने से जागे हों और अभी उस सपने से बाहर न आ सके हों।’ यह कहना है श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के भव्य निर्माण में दो वर्षों से लगे अब्दुल्ला का। अब्दुल्ला पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से आते हैं। राशिद और सैफुल्लाह भी वहीं के हैं, उनके साथ पांच दर्जन से अधिक श्रमिक हैं वहां के, जो दो वर्षों से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के निर्माण कार्य में लगे हैं, सोमवार को नव्य-भव्य धाम के लोकार्पण अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ फोटो खिंचवाकर व भोजन कर गदगद थे। कहते हैं पूरी जिंदगी में की गई मजदूरी आज सफल हो गई। इससे बड़ी बात क्या होगी कि उनके बैठने के लगी कुर्सी खुद हटाकर वह हम लोगों के साथ बराबरी में जमीन पर बैठे और फोटो खिंचवाए। प्रधानमंत्री ने सबके साथ हर-हर महादेव का उद्घोष भी किया।
पीएम के दाएं-बाएं थे किशन और महावीर, गांव वालों ने देखा लाइव
फोटाे खिंचवाते समय पीएम के दाएं और बाएं बैठने वाले सीकर (राजस्थान) के सालासर बालाजी निवासी महावीर और किशन को खुद को और लोगों से ज्यादा सौभाग्यशाली मानते हैं। वह यहां छह माह से हैं और फोक शीट राजो का काम कर रहे हैं। महावीर कहते हैं कि हमने घर पर भी बता दिया था, हमारा पूरा परिवार ही नहीं, गांव के लोग भी एक हफ्ते से काशी की खबरें ही देख रहे हैं टीवी पर। आज सबको पता था कि मोदीजी के साथ फोटो होगी तो गांव पर लाइव देख रहे थे, सभी बहुत खुश हैं। प्रधानमंत्री के साथ फोटो खिंचवाने वाले सभी 225 श्रमिक इतने गदगद थे कि बात करते समय कई के कंठ रुंध जा रहे थे।
अमर, धर्मराज, सचिन, राजकुमार ने साथ खाया खानाप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम के बाद धाम निर्माण में लगे श्रमिकों के साथ भोजन भी किया। उनके साथ योगी आदित्यनाथ भी कुर्सी पर बैठे। अगल-बगल कुर्सी पर बैठकर खाने वालों में त्रिलोचन महादेव जौनपुर के निवासी अमर, चिरईगांव के धर्मराज चौहान, मकरा जौनपुर के राजकुमार, गद्दीपुर के नीरज यादव व पंकज यादव भी थे। कुल 15 लोग उनके आसपास थे। शेष लोग भी पीछे बैठे खाना खा रहे थे। इनका कहना है कि ऐसा कभी सोचा भी न था। हमारे देश के प्रधानमंत्री बहुत अच्छे हैं। भगवान उनको लंबी उम्र दे।
बोले, प्रधानमंत्री, हमें भी मिलेगा चावल-दालप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिकों के साथ भोजन करते समय पहले अपनी थाली में रोटी-सब्जी, साग, प्रसाद का लड्डू, पापड़ और सलाद लिया था। दो रोटी खा लेने के बाद पीएम ने कहा, अरे भाई, मुझे भी चावल-दाल मिलेगा। फिर उन्होंने मांग कर चावल दाल भी खाया और अंत में खीर भी चखी। खाने के स्वाद की तारीफ की। साथ बैठे श्रमिकों से कहा, यह लड्डू ही असली प्रसाद है बाबा का। इसे जरूर खाइएगा, बहुत स्वादिष्ट है। अपना खाना जल्दी खत्म कर वे बोले, आप लोग खूब आराम से पेट भर खाइए, मैं जरा और लोगों से मिल लूं। इसके बाद खाना खा रहे सभी श्रमिकों के पास एक-एक कर गए। उनका हाल पूछा। खाने में मटर पनीर, आलू मटर, आलू बंदगोभी और चने की सब्जी भी थी।
बहुत अच्छा काम किया आप लोगों ने, बच्चों को खूब पढ़ाइएप्रधानमंत्री ने श्रमिकों से कहा कि आप लोगों ने बहुत अच्छे से धाम का काम किया है। यह आपकी ही मेहनत का फल है। अच्छे से काम कीजिए और अपने बच्चों को खूब पढ़ाइए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।