श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में मिलेगा बिल्वपत्र युक्त तंदुल महाप्रसाद, देसी घी में महाप्रसादन को बनाएगी अमूल
श्री काशी विश्वनाथ धाम में अब भक्तों को बिल्वपत्र युक्त तंदुल महाप्रसाद मिलेगा। अमूल के काउंटर से मिलने वाले इस महाप्रसाद को शास्त्रोक्त विधि से बनाया गया है और इसमें बाबा विश्वनाथ को अर्पित किए गए बिल्व पत्रों का भी उपयोग किया गया है। विजयदशमी के दिन शनिवार को मंदिर प्रांगण में शिवभक्तों को इसके विक्रय का शुभारंभ किया गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में अमूल के काउंटर से अब तंदुल (चावल) का लड्डू महाप्रसाद के रूप में प्राप्त होगा। मंदिर न्यास के अनुसार उसकी देखरेख में अमूल ने इसे शास्त्रोक्त विधि से निर्मित किया है। इस महाप्रसाद के निर्माण में बाबा विश्वनाथ को अर्पित किए गए बिल्व पत्रों का भी उपयोग किया गया है।
दिया गया तंदुल महाप्रसाद नाम
रामेश्वरम से काशी आया तीर्थयात्री दल, मंत्री के हस्तक्षेप पर मंदिर ने दिया प्रमाण पत्र
जागरण संवाददाता, वाराणसी। राष्ट्र कल्याणार्थ व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लंबी आयु के लिए शनिवार को तीर्थयात्रियों का एक दल रामेश्वर से पैदल काशी आया। रामेश्वर के पच्चेक्कावडि अय्या के नेतृत्व में 24 सदस्यीय दल ने 140 दिन में पैदल यह यात्रा पूरी की। यहां आने के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन किया। मंदिर प्रशासन ने प्रमाणपत्र देने से मना कर दिया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल रात में आयुष मंत्री डा. दयाशंकर मिश्र दयालु से उनके आवास पर जाकर भेंट की।
आयुष मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की अगवानी की। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ डा. विश्वभूषण मिश्रा से बात कर मंदिर की ओर से प्रमाणपत्र जारी करवाया। मंत्री के पीआरओ गौरव राठी ने बताया कि यात्री काशी पैदल अयोध्या रवाना हो गए। आयुष मंत्री ने अयोध्या मार्ग में रुकने व अन्य व्यवस्था में मदद का भरोसा दिया।
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