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मीरजापुर में तेंदुआ का आतंक बढ़ने लगा है, इस बार बछडे़ को बनाया निवाला, क्षेत्र में दहशत

मीरजापुर जिले में तेंदुआ का आतंक सामने आया है। लगातार क्षेत्र में तेंदुआ पालतू पशुओं को अपना निवाला बना रहा है। इसकी जानकारी होने के बाद वन विभाग की टीम भी अब जंगल के इलाकों में सक्रियता दिखा रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Fri, 29 Apr 2022 12:01 PM (IST)
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मीरजापुर में तेंदुआ का आतंक इन दिनों खूब नजर आ रहा है।
मीरजापुर, जागरण संवाददाता। हलिया थाना क्षेत्र के सोनगढा देई मुहल्ला से गुरुवार की रात्रि में घर के पीछे बंधे छः माह के बछड़े को जंगल से पानी की तलाश में पंहुचे तेंदूआ ने अपना निवाला बनाते हुए जंगल की ओर लेकर चला गया। सुबह से बछड़ा को ना देखकर इधर- उधर खोजबीन शुरू की लेकिन कहीं पता नहीं चलने पर कुछ दूर तक तेंदुए का पदचिन्ह मिलने पर बछड़े को तेंदुए के ले जाने की जानकारी हुई।

वहीं जानकारी होने पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पंहुचकर जांच पड़ताल किया है। इससे पहले करीब एक सप्ताह पूर्व दो बकरियों को भी तेंदुए ने निवाला बनाया था। जंगल में लगी आग से जानवर हिंसक हो रहे हैं और बस्तियों की ओर पहुंच रहे हैं। सोनगढा थाना क्षेत्र देई मुहल्ला निवासी संतोष हरिजन अपने घर के पीछे हाता में बछड़े को बांध कर घर के अंदर सो रहे थे कि इसी बीच जंगल से पानी की तलाश में पंहुचे हिंसक जानवर तेंदुआ बछडे़ को अपना निवाला बनाते हुए जंगल की ओर भाग निकला। सुबह से बछ़डे को ना देखकर पीडित इधर उधर बछड़े की तलाश किया लेकिन कहीं पता नहीं चला।

अहाते के पास तेंदुए का पदचिह्न मिलने पर शंका जाहिर किया है कि बछडे़ को जंगली जानवर तेंदुए ने निवाला बनाया है। तत्काल वन विभाग की टीम को सूचना दिया जिस पर मौके पर पहुंचे वन रक्षक राजदीप वर्मा ने मामले की जांच पड़ताल करते हुए ग्रामीणों को जागरूक किया है कि जंगल की ओर अकेले ना जाएं। अगर जाते हैं तो समूह के साथ जाएं। वहीं सुरक्षा कारणों से वाचरों को भी सक्रिय किया है। इससे पहले भी जंगली जानवर ने इसी घर से दो बकरियों को निवाला बनाया था। पीड़‍ित ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है। जंगल में लगी भीषण आग से जगंली जावनरों के ऊपर संकट गहरा गया है और जानवर बस्तियों कि ओर पलायन कर रहे हैं। वहीं जंगल से निकलकर वह बकरियों आदि को निवाला बना रहे हैं।

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