माय सिटी माय प्राइड: प्राचीन नगरी को व्यवस्थित करने की मुहिम
वाराणसी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुज डिडवानिया के अनुसार शहर में दैनिक जीवन को प्रभावित करने वाली कई समस्याएं हैं।
By Nandlal SharmaEdited By: Updated: Tue, 18 Sep 2018 06:00 AM (IST)
प्राचीन नगरी काशी को व्यवस्थित तरीके से आधुनिक अंदाज में लाने की कोशिश हो रही हैं। साथ ही सामाजिक दायित्व को पूरा किया जा रहा है। इस दिशा में वाराणसी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स एसोसिएशन की ओर से कई तरह से पहल की जा रही है। किसी भी नगर के नियंत्रित एवं व्यवस्थित विकास के लिए सुदृढ़ और भरोसेमंद आधारभूत ढांचे में लाना आवश्यक है।
प्रशासन के साथ मिलकर सुनियोजित विकास की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। इसके तहत आधुनिक और व्यवस्थित भवन, साफ-सफाई, पौधरोपण और देखभाल के लिए ऐप, प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए सुविधाएं, पार्किंग आदि की व्यवस्था की जा रही है।वाराणसी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुज डिडवानिया के अनुसार शहर में दैनिक जीवन को प्रभावित करने वाली कई समस्याएं हैं। जैसे गंगा का निर्मलीकरण, पॉलीथिन नियंत्रण और कागज एवं कपड़ों के थैलों का प्रचलन, खास तौर पर बहुमंजिला और सार्वजनिक भवनों में स्वीकृत मापदंडों के अनुरूप सुरक्षा के उपाय, नगर को आकर्षक बनाने के लिए भित्तचित्रों का छायांकन, नगर की हरियाली बढ़ाने के लिए पौधरोपण आदि ऐसे बिंदू हैं, जिन पर कार्य हो रहा है। वाराणसी विकास प्राधिकरण के साथ मिलकर एक ऐप भी लांच किया गया है। इस ऐप का नाम मेरा वृक्ष रखा गया है। वाराणसी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स एसोसिएशन ने वाराणसी विकास प्राधिकरण को 17000 वृक्ष प्रदान किया है। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अतिथियों को 150 से अधिक आवास उपलब्ध करने की जिम्मेदारी उठाया है। अन्य सामाजिक दायित्वों के तहत वाराणसी में बाढ़, जाड़े में कंबल वितरण आदि किया जाता है।
2022 तक सबको आवास देने की योजना को सफल बनाने की कोशिश चल रही है। आज जब हम वाराणसी को स्मार्ट सिटी बनाने का सपना लिए आगे बढ़ रहे हैं, तो हमें इन बातों पर भी गम्भीरता से मंथन करना ही होगा। हमारे प्रधानमंत्री ने वाराणसी के लिए जिन महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा की है, उन्हें सफल बनाने के लिए सभी नागरिकों को अपनी क्षमता के अनुसार आगे आना चाहिए और सकारात्मक योगदान देना चाहिए। इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ बेहतर तरीके से दिया जा रहा है।
शहर की सड़कों का वैश्विक मानकों के अनुरूप निर्माण तो प्रशासन ही करेगा, लेकिन नागरिक इसका उपयोग इस प्रकार से करें कि यातायात में कोई व्यवधान न आए सड़कों पर बेतरतीब वाहन खड़ा करना एवं सड़कों का अवांछित अतिक्रमण उन समस्याओं में है, जिनसे वाराणसी नगर सदा ही जूझता रहा है। इस तथ्य से कौन इनकार कर सकता है कि नगर की साफ-सफाई में वाराणसी के नागरिकों का प्रमुख उत्तरदायित्व है और माननीय प्रधानमंत्री के देशव्यापी स्वच्छता अभियान की सफलता भी उनकी सक्रिय भगीदारी पर टिकी है। नगर में आवागमन की सुविधा के साथ ही, सक्षम एवं प्रभावी कानून व्यवस्था का होने किसी भी नगर की ख्याति को कई गुना बढ़ा देता है। वाराणसी के लिए तो यह और भी आवश्यक है क्योंकि यह विश्व पर्यटन का मुख्य केंद्र भी है। वाराणसी में अनेक ऐसी सम्भावनाएं हैं जिन्हें पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित किया जाना चाहिए।
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