जौनपुर के मेडिकल कालेज को शासन से मिली मान्यता, सौ सीटों पर प्रवेश के बाद नवंबर से शुरू होंगी कक्षाएं
महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक राजकीय मेडिकल कालेज सिद्दीकपुर के लिए शासन स्तर से मान्यता मिल गई है। बीते सोमवार को नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम के वर्चुअल निरीक्षण के बाद अनुमति मिली है। 25 अक्टूबर को पीएम मोदी वाराणसी से इसका वर्चुअल उद्घाटन कर सकते हैं।
By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Wed, 20 Oct 2021 10:53 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जौनपुर। जनपद ही नहीं पूर्वांचलवासियों के लिए खुशखबरी है। महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक राजकीय मेडिकल कालेज सिद्दीकपुर के लिए शासन स्तर से मान्यता मिल गई है। बीते सोमवार को नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम के वर्चुअल निरीक्षण के बाद अनुमति मिली है। संभावना जताई जा रही है कि 25 अक्टूबर को पीएम मोदी वाराणसी से इसका वर्चुअल उद्घाटन कर सकते हैं। जिसके बाद सौ सीटों पर एमबीबीएस छात्रों के प्रवेश के बाद नवंबर के द्वितीय सप्ताह से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
वर्ष 2015 में समाजवादी पार्टी के मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेडिकल कालेज की जिले को सौगात दी थी। इसकी ओपीडी एक वर्ष में नवंबर 2016 में चालू करने का तत्कालीन सरकार ने दावा किया था। इसकी कुल अनुमानित लागत 554 करोड़ रुपये है। भाजपा सरकार बनने के बाद इसका नाम उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज रखा गया। 15 जून 2020 को नाम में संशोधन करते हुए उमानाथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय कर दिया गया। जिला प्रशासन की कड़ी मशक्कत के बाद प्रथम वर्ष के छात्रों की पढ़ाई के लिए आवश्यक भवन तैयार कर लिया गया है। हालांकि अगस्त में नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम ने निरीक्षण किया था, जिसमें टीम को कई कमियां मिली थी। जिसके बाद स्थानीय जिला प्रशासन व मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदारों ने अधूरे कार्यों को पूर्ण पूर्ण कराया और इसकी रिपोर्ट नेशनल मेडिकल मेडिकल कमिशन को भेजी गई। सोमवार को हुए वर्चुअल निरीक्षण में एनएमसी की तरफ से मेडिकल कालेज का बारीकी से जांच की गई। इसके बाद बुधवार की देररात शासन स्तर से मान्यता पत्र प्राप्त हुआ। अब इसकी रिपोर्ट पीएमओ को भेज दी जाएगी, फिर पीएम मोदी के हाथों उद्घाटन की तिथि का इंतजार किया जाएगा। यहां नीट परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की काउंसलिंग कराई जाएगी और पढ़ाई शुरू होगी। इसमें इसको लेकर कई जिलाधिकारी के नेतृत्व में प्रयास किया गया, लेकिन सफलता का ताज वर्तमान जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के सिर सजा। इसके लिए जिला प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
बोले जिम्मेदार :
नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम की तरफ से सोमवार को वर्चुअल निरीक्षण के बाद शासन से मेडिकल कालेज सिद्दीकपुर के लिए मान्यता मिल गई है। इसमें एमबीबीएस की सौ सीटों पर प्रथम वर्ष में छात्रों के लिए आवश्यक संसाधन व भवन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। ऐसे में पीएम मोदी के उद्घाटन के बाद काउंसलिंग के जरिए यहां पर मेडिकल छात्रों का प्रवेश लिया जाएगा। नवंबर के द्वितीय सप्ताह से कक्षाएं प्रारंभ हो जाएंगी।
-मनीष कुमार वर्मा, जिलाधिकारी।
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