Varanasi Weather Update बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि हिमालयी क्षेत्र से उत्तर-पश्चिम की ओर से आने वाली हवा पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर इसके और आगे तक जमी हुई है। सतह से डेढ़ किमी से दो किमी ऊपर काफी तेज पछुआ हवा है जबकि सतह पर इसकी गति काफी कम है। अगर हवा की गति बढ़ी तो ठंड में और प्रचंड वृद्धि हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। UP Weather Today: प्रचंड गलन और लुढ़कता तापमान इन दिनों हर रोज अपना पिछले दिन का रिकार्ड तोड़ने पर आमादा है। गुरुवार को फिर अधिकतम तापमान ने सामान्य से नौ डिग्री नीचे का गोता लगाया और इस सीजन में अब तक के सबसे निचले स्तर 12.8 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा।
हालांकि इस बीच कोहरे के साथ ही बादलों की चादर के कारण न्यूनतम तापमान ने खुद को संभाला और सामान्य से दो डिग्री ऊपर 10.4 पर पहुंच गया। फिर भी पूरे दिन का औसत तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस रहने के कारण गलन कायम रहा और हाड़ कंपाती ठंड पूरे दिन लोगों को ठिठुराती रही।
जौनपुर में अधिकतम तापमान बनारस से भी कम 11.7 डिग्री सेल्सियस रहा तो न्यूनतम 9.7 डिग्री सेल्सियस। आजमगढ़ में यह क्रमश: 12.5 व 9.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कश्मीर व हिमालय की ओर से आने वाली बर्फीली पछुआ पूरे क्षेत्र में जमकर डेरा डाल चुकी है, ऐसे में आने वाले चार-पांच दिनों तक तो ठंड से विशेष राहत की संभावना नहीं दिखती।
बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि हिमालयी क्षेत्र से उत्तर-पश्चिम की ओर से आने वाली हवा पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर इसके और आगे तक जमी हुई है। सतह से डेढ़ किमी से दो किमी ऊपर काफी तेज पछुआ हवा है, जबकि सतह पर इसकी गति काफी कम है।
सतह पर भी अगर हवा की गति बढ़ी तो ठंड में और प्रचंड वृद्धि हो जाएगी। नीचे से ऊपर तक बह रही पछुआ के चलते अभी परिदृश्य में जल्द कोई बदलाव का लक्षण नहीं दिख रहा। इसलिए चार-पांच दिनों तक गलन भरी ठंड का सामना तो करना ही है।
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