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गंगा में बांग्‍लादेश तक परिवहन के लिए सिल्ट की समस्या आधुनिक तकनीक से होगी दूर, विशेषज्ञों ने दी सलाह

गंगा में परिवहन को बढ़ावा देने के लिए सिल्‍ट की समस्‍या अधिक आ रही है। ऐसे में गंगा में बांग्‍लादेश तक परिवहन को सशक्‍त करने के लिए विशेषज्ञों ने आधुनिक तकनीकों से सिल्‍ट से निबटने की सलाह दी है।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek sharmaUpdated: Sat, 12 Nov 2022 01:18 PM (IST)
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गंगा में सिल्‍ट सफाई को लेकर विशेषज्ञों ने अपनी राय जारी की है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय द्वारा दो दिवसीय पी. एम. गतिशक्ति मल्टीमोडल वाटरवेज समिट का आयोजन किया गया । शनिवार को इस समिट के तकनीकी सत्र का आयोजन हुआ जिसके दौरान देश - विदेश के कई गणमान्य तकनीकी विशेषज्ञों ने अंतर्देशीय जलमार्ग के विकास तथा देश के व्यापक लाजिस्टिक्स एवं सप्लाई चेन में इसकी भगीदारी बढ़ाने पर विस्तार से अपने विचार व्यक्त किये।

सत्र में उपस्थित सभी विशेषज्ञों ने अंतर्देशीय जलमार्ग परिवहन के लिए फेयरवे के विकास एवं प्रबंधन की विभिन्न चुनौतियों तथा उनके समाधान के बारे में अपने विशेष दृष्टिकोणों से अवगत कराया। बैठक में मौजूद डॉ. नयन शर्मा, मुख्य सलाहकार, इनोवान्टे वाटर सॉल्यूशन्स एवं पूर्व प्रोफेसर आईआईटी रुड़की ने फेयरवे के प्रबंधन के लिये अपने विस्तृत अनुभव के आधार पर अभिनव तकनीकी समाधानों के बारे बताया।

प्रो. शर्मा के मुताबिक इन नवीन तकनीकी समाधानों की मदद से गंगा नदी में व्यापक सिल्टेशन की समस्या को दूर किया जा सकता है। ओम प्रकाश शा प्रोफेसर, आईआईटी, खड़गपुर ने पीपा पुलों के त्वरित खोलने एवं बंद करने की प्रणाली के मशीनीकरण के लिए एक समाधान पर प्रस्तुति दी। इस समाधान के उपयोग से जहाज परिचालन में समय की बचत हो सकती है। उन्होनें इस प्रणाली के उपयोग एवं प्रबंधन के लिए उचित पशिक्षण की जरुरत पर भी जोर दिया।

हैरी. डी. लियर जो कि पोत परिवहन के क्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ हैं, ने अंतर्देशीय जलमार्ग के विकास तथा देश के व्यापक लाजिस्टिक्स एवं सप्लाई चेन में इसकी भगीदारी बढ़ाने के लिए सरकार की समर्थकारी नीतियों की महत्ता पर जोर दिया। कैप्टन इन्द्रवीर सोलंकी ने जहाज संचालकों की विभिन्न समस्याओं तथा उनके समाधानों के उपर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होनें सरकार द्वारा जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन एवं आवश्यक सहायता की जरुरत पर भी बल दिया।

याको क्लीवेट, रॉयल आई.एच.सी ने अंतर्देशीय जलमार्ग में ड्रेजिंग के लिए विभिन्न प्रकार के डेजर्स की उपलब्धता एवं इनके उपयोग पर विस्तृत प्रस्तुति दी। समिट में श्रीपद नाइक, राज्य मंत्री पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय , भारत सरकार ने उपस्थित रहकर इस तकनीकी सत्र को प्रोत्साहित किया। समिट में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय बंदोपाध्याय, उपाध्यक्ष जयंत सिंह, मुख्य अभियंता रवि कान्त सहित केन्द्र एवं राज्य सरकार कई वरिष्ठ अधिकारी तथा निजी क्षेत्र के विशेषज्ञ मौजूद रहे। विश्व बैंक तथा बांग्लादेश सरकार के अधिकारियों ने भी समिट के इस तकनीकी सत्र में भाग लिया।